डॉन छोटा राजन के बेहद करीबी शूटर खान मुबारक को एसटीएफ ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने उसे पीजीआई थाना क्षेत्र में सुलतानपुर रोड के पास से पकड़ा है। वह लखनऊ में कोई बड़ी वारदात करने के इरादे से आया हुआ था। उसके पास से 15 आधुनिक हथियार और 56 कारतूस बरामद हुये हैं। खान मुबारक के खिलाफ इलाहाबाद और अम्बेडकर नगर में दो दर्जन मुकदमे हत्या, लूट व अपहरण के दर्ज हैं। बरामद असलहों में 7.62 बोर, नाइन एमएम और 0.32 बोर की पिस्टल हैं।
जफर सुपारी का भाई है खान मुबारक
एसटीएफ के डीआईजी मनोज तिवारी ने बताया कि खान मुबारक मुम्बई में एक फिल्म डायरेक्टर की हत्या में जेल में बंद जफर खान उर्फ जफर सुपारी का भाई है। जफर ने ही उसे छोटा राजन के गिरोह में जोड़ा था। खान मुबारक मूल रूप से अम्बेडकरनगर के हसंवर, हरसंभार इलाके का रहने वाला है।
रन आउट देने पर गोली मारी थी
एएसपी एस. आनन्द ने बताया कि पहला अपराध खान मुबारक ने वर्ष 2006 में किया था। तब क्रिकेट खेलने के दौरान उसे रन आउट दे दिया गया था। इस विवाद में ही उसने एक युवक को गोली मार दी थी, इसके बाद से वह अपराध करता गया।
ये प्रमुख वारदातें
वर्ष 2007 में जेल से छूटने के बाद पोस्टआफिस में लूटपाट की, इसे भी गोली लगी थी पुलिस की।
वर्ष 2012 में छोटा राजन के दूसरे शूटर ओसामा की 50 लाख रुपये की सुपारी लेकर हत्या कर दी। इस अपराध से पहले वह पांच साल जेल में बंद रहा था।
वर्ष 2012 में ही ईंट भट्ठा मालिक अईनुद्दीन की हत्या रंगदारी न देने पर कर दी थी।
वर्ष 2014 में जमीन के विवाद में अम्बेडकर नगर में मोहन यादव को गोली से उड़ा दिया था।
वर्ष 2016 में अपने ही गिरोह के शार्प शूटर शेरू आलम की हत्या कर दी। यह वारदात उसने अपने विरोधी जुगरान को फंसाने के लिए की थी।
फेसबुक प्रोफाइल में खुद को क्राइम ब्रांच का सदस्य बताया
खान मुबारक एक डॉन की तरह अपना वर्चस्व कायम करना चाहता था। यही वजह थी कि वह अपना एक अलग गिरोह भी तैयार कर रहा था। लोगों में खुद को अच्छा व्यक्ति दिखाने के लिये फेसबुक प्रोफाइल पर ‘वर्क्ड एट क्राइम ब्रांच’ लिख रखा था। उसने कई महिला मित्र भी बना रखी थीं।