गिरिडीह: भाजपा कार्यसमिति की बैठक के दूसरे दिन रविवार को समापन सत्र में बोलते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गरीबी झारखंड छोड़ो, उग्रवाद झारखंड छोड़ो, भ्रष्टाचार झारखंड छोड़ो और वंशवाद झारखंड छोड़ो का नारा दिया। साथ ही कहा कि वंशवाद को झारखंड की धरती से उखाड़ फेंकेंगे, भ्रष्टाचारियों को जेल भेजेंगे और युवाओं के हाथ में हुनर देकर स्वावलंबी बनायेंगे।
मुख्यमंत्री रघुवर दास आज पूरे रौ में थे। उनके इस नारे और संकल्प की घोषणा होते ही सभागार तालियों की गड़गड़ाहाट से गूंज उठा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ढाई साल के कार्यकाल की खूबियां भी बतायीं। साथ ही केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की सराहना की और कार्यकर्ताओं में जोश-उत्साह भरा। इससे पहले सांसद सुनील सिंह ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया। कार्यसमिति ने विपक्ष पर करारा प्रहार और केंद्र तथा राज्य सरकार के कामों पर मुहर लगायी गयी।

दिल्ली में मां-बेटे एवं झारखंड में बाप-बेटे का वंशवाद खत्म होगा

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि दिल्ली में मां-बेटे और झारखंड में बाप-बेटे का वंशवाद खत्म होगा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा झारखंड की सभी 14 सीटों पर जीत हासिल करेगी, हमें यह संकल्प लेना है। झारखंड में सोरेन परिवार का राजनीतिक अंत होगा। झारखंड नामधारी पार्टियों ने राज्य को लूटा है। इसमें सोरेन परिवार आगे है। उनके मुखौटे को बेनकाब किया जायेगा। सरकार गरीब आदिवासियों का सहारा बनेगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुशल नेतृत्वकर्ता अमित शाह ने जब कांग्रेस मुक्त देश की बात की थी, तब लोग हंसते थे। वह कितनी गहराई से इस बात को बताना चाहते थे, आज इसका पता चल रहा है। उनकी सोच थी कि एक समय कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की पार्टी थी, पटेल की पार्टी थी, सुभाषचंद्र बोस की पार्टी थी। धीरे-धीरे कांग्रेस में वंशवाद हावी हो गया। राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी में कांग्रेस उलझ कर रह गयी। यह पार्टी वंशवाद की पोषक बन गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कांग्रेस मुक्त देश का संकल्प लिया है और इसका अच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है। विगत दिनों पांच राज्यों में हुए चुनाव में जनता भी कांग्रेसमुक्त देश पर मुहर लगाती दिख रही है।

गरीबी को नेस्तनाबूद करके दम लेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से गरीबी को नेस्तानाबूद करेंगे, एक भी व्यक्ति भूख से नहीं मरेगा। कोई भी गरीब बिना घर के नहीं रहेगा। इसके परिणाम भी सामने आये हैं। जो विकास दर वर्ष 2014 में 4.5 रही थी, वह ढाई साल में बढ Þकर 8.6 पर पहुंच गयी। झारखंड विकास दर के मामले में देश का दूसरा राज्य बन गया है। कहा कि गरीबी को मैंने महसूस किया है, झेला है। इसी कारण संकल्प लिया कि पंडित दीनदयाल की सोच धरातल पर उतारेंगे। किसान भी फोकस प्वाइंट पर हैं। वे अन्नदाता हैं। उनके जीवन में खुशहाली लाने के लिए सरकार हर कदम उठा रही है।

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