रांची: राज्य की नौ रेल परियोजनाओं से विकास के द्वार खुलेंगे। 6 रेल परियोजनाओं पर वर्तमान में काम हो रहा है। 4 रेल परियोजनाओं के लिए भूमि अर्जन का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही रेल सेवा प्रारंभ की जायेगी। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने मंगलवार को झारखंड की रेल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए ये बातें कहीं। अधिकारियों को एक्टिव मोड में काम करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि भू अर्जन में रैयतों को नये कानून के तहत तुरंत मुआवजा दें। उनकी शिकायतों पर तत्परता से कार्रवाई करें। प्रतिदिन की प्रगति और आवेदनों के लिए प्रकोष्ठ बनायें।

ज्वाइंट वेंचर कंपनी करेगी नामकुम-कांड्रा लाइन का काम
उन्होंने कहा कि मंद गति से काम करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। वन विभाग से अनापत्ति प्राप्त करें तथा ससमय कार्य पूर्ण करें। कहा कि एसएआइ (सामाजिक प्रभाव आकलन) एजेंसी तय समय सीमा में अपनी कार्रवाई कर रिपोर्ट दें। राज्य में रेल नेटवर्क का विस्तार आर्थिक प्रगति के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि टोरी-शिवपुर, रांची-कोडरमा, कोडरमा-तिलैया, कोडरमा-गिरिडीह, गोड्डा-हंसडीहा, जसीडीह- पीरपैंती आदि 6 परियोजनाओं में कार्य हो रहा है तथा नामकोम-कांड्रा, गिरिडीह-मधुबन-पारसनाथ, टोरी-चतरा आदि तीन परियोजनाओं पर भारत सरकार के साथ ज्वाइंट वेंचर कंपनी के माध्यम से कार्य कराने की ओर राज्य सरकार पहल कर रही है।
बैठक में परिवहन विभाग के प्रधान सचिव केके खंडेलवाल, राजस्व एवं भूमि सुधार के निदेशक के श्रीनिवासन, रेलवे परियोजनाओं के अधिकारी, पथ निर्माण, वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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