भारतीय बैंकों को करोड़ों रुपए का चूना लगाकर भाग जाने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या ने भारत की खस्ता जेलों का हवाला देकर यूके कोर्ट से प्रत्यर्पण नहीं करने की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि भारतीय बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपए लेकर चंपत होने वाले विजय माल्या के प्रत्यपर्ण को लेकर ब्रिटिश कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक गुरुवार को इस मामले में लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में हुई ताजा सुनवाई के दौरान विजय माल्या के वकील ने भारतीय जेलों की बुरी स्थिति की बात कही। माल्या के पक्षकार ने कहा कि प्रत्यर्पण को चुनौती देने के लिहाज से भारत में जेलों की बुरी हालत भी एक महत्वपूर्ण बिंदु है। विजय माल्या के वकील की ओर से उठाए गए इस मुद्दे पर भारतीय गृह मंत्रालय सतर्क हो गया है।

गृह मंत्रालय सतर्क, माल्या को नहीं देना चाहता बचने का कोई मौका

गृह मंत्रालय को लगता है कि विजय माल्या प्रत्यपर्ण केस में भारतीय जेलों के खराब हालत को एक बड़ा मुद्दा बना सकते हैं और इससे कोर्ट में भारत सरकार का पक्ष कमजोर पड़ सकता है। इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने 23 जून को महाराष्ट्र के गृह सचिव सुमित मुलिक को एक पत्र लिखकर राज्य में जेलों की स्थिति का जायजा लिया था। सूत्रों की माने तो विजय माल्या को भारत लाए जाने के बाद मुंबई के आॅ​र्थर रोड जेल में रखा जा सकता है।

गौरतलब है कि विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9000 करोड़ रुपये बकाया है। माल्या मार्च 2016 में इंग्लैंड भाग गए थे। उन्हें प्रत्यर्पण केस में 18 अप्रैल 2017 को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया था।

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