पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भाजपा ने नहीं, बल्कि लालू प्रसाद ने अपने भ्रष्टाचार में साझीदार बनाकर फंसा दिया। गुरुवार को अपने बयान में उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने कम से कम इतना तो स्वीकार कर लिया है कि उनके पिता लालू प्रसाद द्वारा वर्ष 2004 में घोटाला किया गया था।
कहा कि कोई व्यक्ति खुद नहीं उसकी ईमानदारी का सर्टिफिकेट तो जनता देती है। यह भी कहा कि मंत्री बन जाने से तेजस्वी यादव को मंत्री बनने से पहले के भ्रष्टाचार की माफी नहीं मिल जाती है।
मोदी ने सलाह दी कि तेजस्वी यादव को प्रतिष्ठा का प्रश्न नहीं बना कर जब तक निर्दोष प्रमाणित नहीं हो जाते हैं, तब तक के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए। कहा कि ऐसे में चार घंटे में जीतन राम मांझी से इस्तीफा लेने वाले मुख्यमंत्री को और इंतजार करने की बजाय उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर लालू प्रसाद ने रेलमंत्री के नाते रेलवे के दो होटल के बदले डिलाइट मार्केटिंग के माध्यम से पटना में 3 एकड़ जमीन नहीं ली होती, तो तेजस्वी यादव नहीं फंसते।