रांची: रांची ट्रैफिक पुलिस ने सीबीएससी और आईसीएससी स्कूलों के बस ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए जागरुकता कार्यशाला सह मेडिकल जांच शिविर का आयोजन किया। इस जागरुकता कार्यशाला सह मेडिकल जांच शिविर में जिले के तमाम स्कूलों के ड्राइवरों और कंडक्टरों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई। साथ ही ड्राइवरों और कंडक्टरों के मेडिकल जांच भी कराये गये है। इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए।
नशे में पाये गये थे कई चालक : पुलिस पदाधिकारियों की माने तो हाल कि दिनों में जांच के दौरान कई ड्राइवरों के नशे में पाए जाने और दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के कारण इस तरह के कार्यशाला के आयोजन की जरूरत पड़ी। इसमें उन्हें ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के साथ ही नियमों को तोड़ने पर जुमार्ना और सजा क्या होगी यह भी बताया गया। समय-समय पर इस तरह के कार्यशाला सह मेडिकल जांच शिविर के आयोजन को स्कूल बस ड्राइवरों ने भी आवश्यक बताया।

जांच में चालको के शुगर और बीपी हाई पाये गये: एसपी ट्रैफिक संजय रंजन
रांची ट्रैफिक एसपी संजय रंजन सिंह ने कहा कि बस ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्हें ट्रैफिक से संबंधित नियमों के प्रति जागरूक किया गया। उनके स्वास्थ्य की जांच की गई है। स्वास्थ्य जांच में पाया गया कि की लोगों का शुगर काफी बढ़ा हुआ है तो कई लोगों को बीपी की शिकायत भी है। वहीं ट्रैफिक विभाग के डीएसपी राधा प्रेम किशोर ने कहा कि स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके स्कूल बस का चालक और उप चालक ड्रेस में हो और शराब की नशे में न हो।
स्पष्ट है कि रांची ट्रैफिक पुलिस ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चिंता को दूर करने की पहल की है। अब देखना है कि इस पहल का कितना असर होता है और स्कूली बसों के ड्राइवर और कंडक्टर कार्यशाला में मिली जानकारी को कितना अमल में लाते हैं।

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