रांची: फर्जी कंपनियों और हवाला रैकेट में शामिल होनेवालों के खिलाफ सीबीआइ ने बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्रवाई की है। रांची, पश्चिम बंगाल सहित 23 जगहों पर छापेमारी की गयी है। रांची में इनकम टैक्स विभाग के चीफ आयुक्त तापस कुमार दत्ता के कोलकाता स्थित घर से साढ़े तीन करोड़ नगद और पांच किलो सोना भी मिला है। रांची में पांच और कोलकाता के 23 ठिकानों पर अभियान चला। रांची मेन रोड स्थित इनकम टैक्स आॅफिस और डिपार्टमेंट के रेस्ट हाउस में भी रेड मारा गया। गेस्ट हाउस में प्रधान आयकर आयुक्त तापस कुमार दत्ता से सीबीआइ के अधिकारियों ने पूछताछ की।
पूरा मामला नोटबंदी के दौरान अवैध तरीके से पुराने नोटों को खपाने और हवाला कारोबार से जुड़ा हुआ है। सीबीआइ की जांच के दायरे में पहले से ही श्री दत्ता और आइटी के तीन अन्य अधिकारी थे। इसके अलावा एक चार्टर्ड एकाउंटेंट समेत सात निजी लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है। आधिकारिक तौर पर सीबीआइ ने रेड के संबंध में किसी प्रकार की जानकारी देने से फिलहाल इनकार कर दिया है। इनकम टैक्स अधिकारी अरविंद कुमार, रंजीत कुमार लाल, एस गांगुली समेत आकाश अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, संतोष चौधरी और चार्टर्ड एकाउंटेंट पवन मौर्या के ठिकानों पर छापेमारी हुई। सीबीआइ ने 120 बी, आइपीसी की धारा 7, 12, 13(2), 13(1)(डी) पीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
अलीपुर स्थित मकान को खंगाला : जानकारी के अनुसार सीबीआइ के अधिकारियों ने झारखंड के प्रधान आयकर आयुक्त के कोलकाता के अलीपुर स्थित शिवम अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या-19बी को सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक खंगाला। इसके साथ ही कई हवाला कारोबारियों और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से जुड़े कुछ लोगों के बालीगंज, साल्टलेक, अलीपुर आदि के कुल 23 ठिकानों पर छापेमारी की गयी।
क्या है आरोप : झारखंड के प्रधान आयकर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों पर नोटबंदी के दौरान हवाला कारोबारियों को गैरकानूनी तरीके और अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मदद पहुंचाने का आरोप है। साथ ही गैर कानूनी तरीके से गिफ्ट स्वीकार करने और आपराधिक कदाचार का आरोप भी लगाया गया है। इस खेल में पुराने नोटों को खपाने के लिए कई फर्जी कंपनियां (शेल कंपनी) बनायी गयी थी। इसमें कई चार्टर्ड एकाउंटेंटों ने भी मदद की थी। रांची के एक चार्टर्ड एकाउंटेंट के खिलाफ भी जांच चल रही है
नौ बजे आइटी आॅफिस पहुंची सीबीआइ टीम, हड़कंप
बुधवार की सुबह नौ बजे रांची में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुख्य कार्यालय में सीबीआइ की टीम पहुंची। थोड़ी देर के बाद प्रधान आयकर आयुक्त तापस कुमार दत्ता भी पहुंचे। सीबीआइ के अफसरों ने सर्च वारंट की कॉपी उन्हें दिखायी। इसके बाद उनके दफ्तर की तलाशी ली गयी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की दूसरी बिल्डिंग में भी सर्च अभियान चलाया गया। इसके बाद सीबीआइ की एक टीम उन्हें डिपार्टमेंट के गेस्ट हाउस ले गयी। यहीं, प्रधान आयकर आयुक्त रहते हैं। उनके इस ठिकाने को भी करीब चार से पांच घंटे तक खंगाला गया। सीबीआइ के अफसरों ने उनसे दो घंटे तक पूछताछ भी की। सीबीआइ की धमक से इनकम टैक्स के आॅफिस के कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया।