नई दिल्ली । भारत और फ्रांस के बीच हुए राफेल सौदे को लेकर संसद में हंगामा कोई नई बात नहीं है। मानसून सत्र में भी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। राहुल गांधी का कहना था कि मौजूदा केंद्र सरकार ने जिस कीमत पर राफेल का सौदा किया है पूर्ववर्ती यूपीए सरकार उससे तीन गुना सस्ते में यह सौदा कर रही थी। उन्होंने राफेल सौदे में कीमत को गुप्त रखने को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की। अब केंद्र ने राफेल सौदे के बारे में जो खुलासा किया है वह विपक्ष के आरोपों को खारिज करता है।
भाजपा नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि एनडीए सरकार राफेल लड़ाकू विमान की आधार कीमत नौ फीसद कम कराने में सफल रही है। पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के दौरान इसकी आधार कीमत 100 मीलियन यूरो तय की गई थी, लेकिन एनडीए सरकार इसे 91 मीलियन यूरो लाने में सफल रही। रुपये में इसकी कीमत 67 करोड़ रुपये हुए और इसकी जानकारी संसद को पहले ही दी जा चुकी है।