- महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा; उप्र में 2 दिन में 58 ने जान गंवाई
- भारी बारिश की वजह से गाजियाबाद और मेरठ के स्कूलों में शनिवार को छुट्टी कर दी
नई दिल्ली/लखनऊ. इस साल मानसून सीजन में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक पांच राज्यों में 465 लोगों की मौत हुई है। गृह मंत्रालय के एनईआरसी केंद्र से जारी आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 138 मौतें हुईं। उत्तरप्रदेश में पिछले तीन दिन में 58 लोगों ने जान गंवाई है। मौसम विभाग ने सोमवार तक राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उधर, हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में शनिवार को 3 लाख 11 हजार 190 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
कहां कितनी मौतें?
राज्य मौतें
महाराष्ट्र 138
केरल 125
बंगाल 116
गुजरात 52
असम 34
उप्र के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट:गंगा, चंबल और सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने 11 जिलों फैजाबाद, बस्ती, गोरखपुर, संतकबीरनगर, इलाहाबाद, संतकबीरदास नगर, आगरा, मथुरा, बुलंदशहर, रायबरेली और फर्रुखाबाद में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राहत आयुक्त संजय कुमार ने गुरुवार को बताया कि पिछले दो दिन में भारी बारिश की वजह से 148 मकानों को नुकसान पहुंचा। इनमें से ज्यादातर गिर गए हैं। 11 जानवार मारे गए।
सबसे ज्यादा मौतें सहारनपुर में
शहर मौतें (पिछले दो दिनों में)
सहारनपुर 11
मेरठ 10
आगरा 6
मैनपुरी 4
कासगंज 3
मुजफ्फरनगर 3
बरेली 2
बुलंदशहर 2
अमरोहा 2
बागपत 2
कानपुर देहात, कानपुर शहर, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, रायबरेली, जालौन, प्रतापगढ़,
बांदा, फिरोजाबाद, अमेठी, पीलीभीत और जौनपुर
13 (सभी जगह एक-एक मौतें)
कुल 58
दिल्ली में 205.4 मीटर तक पहुंची यमुना: एसडीएम (ईस्ट) अरुण गुप्ता ने बताया, हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने के चलते यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर 205.4 मीटर तक पहुंच गया गया। ओल्ड रेलवे ब्रिज के पास के इलाके में लोगों को सलाह दी गई है कि वे नदी के पास न जाएं। न ही अपने बच्चों और पालतू जानवरों को वहां भेजे। निचले क्षेत्रों में एनाउंसमेंट करके लोगों को अलर्ट कर दिया गया है।