• अयोध्या में राम मंदिर है, था और रहेगा कुछ कट्टरपंथी कर रहे हैं भड़काने का काम

रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं हिंदू जागरण मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने कहा कि झारखंड में पत्थलगड़ी इसाई मिशनरियों के षडयंत्रों की देन है। कहा कि चर्च हिंदुस्तान जिंदाबाद की जगह हिंदुस्तान मुर्दाबाद बोलता है। ये अच्छे लोग होते, तो संविधान विरोधी पत्थलगड़ी नहीं होती। देश में 60 वर्षों तक जिसने शासन किया, उसने असली हिंदुस्तान पैदा नहीं किया। मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज आॅफ चैरिटी संस्था में नवजात बच्चों के बेचने की घटना को उन्होंने कलंकित करनेवाला अमानवीयकृत बताया। उन्होंने कहा, कुछ धर्मों के लोग भारत में फिर से विदेशी झंडा बुलंद करने के लिए देशभर में षडयंत्र कर रहे हैं, जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा। मसीही संस्थाएं और इनके द्वारा संचालित संगठन झूठ की बुनियाद और सेवा के नाम पर देश को शुरू से धोखा देते रहे हैं। यह अब प्रमाणित हुआ है। संघ को बदनाम कर बच्चा बेचने की घटना को ढंकना चाहते हैं। समाज इनसे सजग और सतर्क रहे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर था, है और रहेगा। अधिकांश मुस्लिम संगठनों ने राम मंदिर पर सहमति दे दी है। कुछ कट्टरपंथी इस मामले को भड़काने का काम कर रहे हैं। जनता को वे लाख भड़कायें, जनता अब भड़कनेवाली नहीं है। राम खुदा हैं, खुदा राम हैं, अब इस तरह की बहस चल रही है। राम मंदिर का मामला अभी सर्वोच्च न्यायालय में चल रहा है। कांग्रेस पार्टी के कुछ कट्टरपंथी नहीं चाहते कि फैसला जल्दी आये, लेकिन जिस तरह से अब इस मामले पर तीन दिन में सुनवाई हो रही है, फैसला जल्द आयेगा और अयोध्या में रामलला का मंदिर स्थापित होगा। मुस्लिम समुदाय के कहने पर खुदाई हुई और अयोध्या में एक भी इस्लामिक प्रमाण नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के कहने पर ही अब कोर्ट में राम जन्मस्थान बनाम विवादित ढांचा के नाम से केस चल रहा है। पहले राम जन्मस्थान बनाम बाबरी मस्जिद के नाम से केस चल रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों ने केस वापस लेने पर भी सहमति दे दी है। प्रेस वार्ता में संघ के प्रचारक एवं हिंदू जागरण मंच के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉ सुमन कुमार, जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि नाथ शाहदेव, प्रदेश महामंत्री वाणी कुमार राय, प्रांत सोशल मीडिया प्रभारी सुमित शरण, प्रदेश सह बेटी बचाओ प्रमुख धनंजय प्रसाद, प्रांत उपाध्यक्ष प्रभात कुमार सिन्हा, राजेश सोनी, अमरेश कुमार, काकोली दास, प्रवीण सिंह, सुजीत सिंह, महामंत्री राकेश कर्ण, मठ मंदिर सुरक्षा प्रमुख विक्रम शर्मा, और अमित शर्मा उपस्थित थे।

संघ की दृष्टि में कोई दुश्मन नहीं

इंद्रेश कुमार ने कहा कि संघ की दृष्टि में कोई दुश्मन नहीं है। आज भारत में हर जगह मजहबी, धार्मिक आदमी मिल जाते हैं, लेकिन मजहबी सिद्धांतों को ठीक से नहीं समझ पाने के कारण लोग कट्टरता की ओर झुक जाते हैं। हमने देश के लिए कुर्बानी देने का संकल्प लिया है और बदले में लेने का कुछ भी इरादा नहीं। देने में इबादत है, कुर्बानी है और लेने में व्यापार है, स्वार्थ है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना काल से देश ही नहीं, पूरे विश्व में कोई भी जाति, धर्म, मजहब, पंथ, संप्रदाय के लोग कभी कोई संघ के लिए दुश्मन रहे ही नहीं हैं। अगर हम ऐसा मानते हैं, तो दूसरों से भी यही अपेक्षा रखते हैं, तभी तो भारत एक बनेगा, श्रेष्ठ बनेगा। वसुधैव कुटुंबकम हमारी मूल धारणा रही है। पूरा विश्व हमारा परिवार है। इसी मौलिक सोच के साथ हम कार्य करते हैं। भेदभाव रहित समाज की स्थापना हमारा उद्देश्य है। उन्होंने आगे कहा कि सभी भारतीयों के पूर्वज एक ही हैं एवं भारत में निवास करनेवाले सभी हिंदू हैं। भारत की सुरक्षा इसकी सामाजिक एकता पर निर्भर है, इसी एकत्व की भावना से ही देश सुरक्षित रहेगा।

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