- पिछले 6 माह में इसाई संगठनों को 19 करोड़, दूसरों को मात्र 1.40 करोड़
रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि फॉरेन कंट्रीब्यूशन डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले छह महीनों में इसाई मिशनरी से जुड़े संगठनों को 19 करोड़ रुपये का विदेशी धन प्राप्त हुआ है। वहीं, गैर इसाई संगठनों को सिर्फ एक करोड़ 40 लाख रुपये ही इस दौरान मिले। इसाई मिशनरियों को यह पैसे इटली, बेल्जियम, इंग्लैंड, अमेरिका जैसे देशों से मिले। जब पिछले छह महीने में इन्हें 19 करोड़ रुपये मिले हैं, तो यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि पिछले पांच वर्षों में उन्हें 100 करोड़ से भी ज्यादा की विदेशी राशि प्राप्त हुई होगी। शाहदेव शनिवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
धर्मांतरण, पत्थलगड़ी में हो रहा विदेशी फंड का इस्तेमाल शाहदेव ने इसाई मिशनरियों और धर्म गुरुओं से जानना चाहा कि आखिर इतनी बड़ी राशि कहां खर्च हुई। क्या इस राशि के किसी हिस्से का खर्च लोभ, लालच और भय दिखाकर धर्मांतरण करने के लिए किया गया या फिर पत्थलगड़ी समर्थकों तक यह पैसा डाइवर्ट होकर पहुंचा। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि कहीं इस पैसे का उपयोग चर्च द्वारा झारखंड के ग्रामीण इलाकों में जमीन खरीदने के लिए तो नहीं किया गया। अगर चर्च द्वारा ऐसा किया गया है, तो यह सीएनटी-एसपीटी कानून का उल्लंघन होगा।
सीआइडी जांच को प्रभावित करने के लिए नये-नये हथकंडे शाहदेव ने कहा कि सीआइडी जांच प्रभावित करने के लिए रोज नये-नये हथकंडे अपनाये जा रहे हैं। सीआइडी जांच से सच्चाई सामने आयेगी, लेकिन कुछ लोग इस जांच पर प्रश्नचिह्न लगा कर न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में निर्दोषों को नहीं सताया जाता और दोषियों को छोड़ा नहीं जाता। (पेज 4 भी देखें)
पहले ही क्लीन चिट दे दी धर्म गुरुओं ने : उन्होंने कहा कि भोले-भाले आदिवासियों को दिग्भ्रमित करने के लिए इसाई मिशनरियों ने कुछ संस्थाओं का नाम महर्षि कल्याण केंद्र और भारत माता ट्रस्ट जैसे नाम भी दिये हैं। उन्होंने प्रश्न किया कि मिशनरी आॅफ चैरिटी को भी इन धर्मगुरुओं ने जांच के पहले ही क्लीन चिट दे दी और अब जब इन मिशनरी संस्थाओं की जांच शुरू हुई, तो इसे सरकारी साजिश करार दिया जा रहा है। शाहदेव ने कहा कि रघुवर सरकार इन चीजों से विचलित नहीं होती है और असली षडयंत्रकारियों की खोज होकर रहेगी। मौके पर प्रतुल शाहदेव ने विभिन्न संस्थानों को मिले विदेशी फंडिंग का ब्योरा भी साझा किया। प्रेसवार्ता में प्रदेश प्रवक्ता राजेश कुमार शुक्ला, प्रदेश मीडिया प्रभारी शिव पूजन पाठक और रमेश हांसदा उपस्थित थे।