चाल-चरित्र और चेहरा पर उठते रहे हैं सवाल
विधायक शिवपूजन के दामन पर दाग
झाविमो के विधायक डॉ प्रदीप यादव के ठीक पहले पलामू के हुसैनाबाद के जपला की एक सरकारी शिक्षिका ने बसपा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर यौन सह मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। बीते जून महीने में शिक्षिका ने राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज करायी है। शिक्षिका ने कहा है कि कुछ दिनों से विधायक कुशवाहा गेस्ट हाउस बुला रहे हैं। इनकार करने पर मानसिक यातनाएं दी जा रही हैं। महिला का आरोप है कि इसमें स्कूल के प्राचार्य रामेश्वर मेहता भी विधायक की मदद कर रहे थे। परेशान होकर उसने अपना ट्रांसफर करवा लिया है, लेकिन अब भी किसी न किसी प्रकार से उन्हें परेशान किया जा रहा है। हालांकि विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता इसे बेबुनियाद बता रहे हैं।
भाजपा विधायक ढुल्लू महतो को भी घेरा था एक महिला ने
भाजपा महिला विंग की एक नेता ने पार्टी के ही विधायक पर सनसनीखेज आरोप लगाया। उन्होंने विधायक ढुल्लू महतो पर यौन शोषण के आरोप लगाये हैं और इसकी प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी। उस वक्त एक वीडियो वायरल हुआ था, उसमें महिला रोती हुई दिख रही थी। वह भाजपा विधायक ढुल्लू महतो पर आरोप लगा रही थी। वीडियो में महिला ने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह अपने आॅफिस में मेरे गालों और कमर को छूते थे। वहीं पर उन्होंने यौन शोषण किया।
वीडियो में महिला कहती हुई दिख रही थी कि यह मेरी पहली चेतावनी है। मुझे इंसाफ दो। हालांकि आरोपी विधायक ढुल्लू महतो ने सिरे से इस आरोप को खारिज करते हुए कहा था कि यह राजनीतिक रंजिश के कारण किया जा रहा है। विधायक ने महिला की तर्ज पर प्रेस कांफ्रेंस में अपनी सफाई दी थी।
जानकी पर भी जबरन संबंध बनाने का आरोप
इससे पहले एक महिला ने विधायक जानकी यादव पर यौन शोषण करने का संगीन आरोप लगाया था। कोर्ट में दर्ज करायी शिकायत में महिला ने बताया था कि विधायक ने जबरन उससे शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया और उससे मारपीट की। खबर के अनुसार महिला झारखंड विकास मोर्चा से जुड़ी हुई है। उसने इस संबंध में कोडरमा अदालत में अपनी शिकायत दर्ज करायी है। महिला ने बताया कि उसने विधायक जानकी यादव को दस लाख रुपये दिये थे। इसी पैसे से उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा। शिकायत के अनुसार चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद विधायक उसके पैसे देने में आनाकानी करने लगे। महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि उसने फरवरी 2015 में यादव से पैसे लौटाने की मांग की थी। उसने कहा कि उसे रांची के एक होटल में बुलाया गया था। वहां उसे केवल 25,000 रुपये दिये गये और जानकी यादव ने होटल में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया और उसके साथ छेड़छाड़ की।
वैद्यनाथ राम भी रहे हैं चर्चा में
राजनीति में चरित्र ही पूंजी होती है, लेकिन झारखंड के नेताओं के दामन पर दाग कोई नयी बात नहीं है। तत्कालीन शिक्षा मंत्री वैद्यनाथ राम की भी राजनीति के गलियारे में खूब चर्चा हुई थी। इसे लेकर बैद्यनाथ राम की काफी किरकिरी भी हुई। पार्टी से उनकी अनबन भी इस मामले को लेकर जगजाहिर है। हालांकि वैद्यनाथ राम का भी कहना है कि यह सब उन्हें बदनाम करने की नीयत से किया गया।
तत्कालीन मंत्री बाटुल को तो शिक्षिका ने पति ही बता दिया
सत्यानंद झा बाटुल पर तो एक महिला शिक्षिका ने अपना पति बताते हुए उसके बेटे का पिता होने का आरोप लगाया था। प्राइमरी शिक्षिका सोनी देवी ने भाजपा विधायक और तत्कालीन मंत्री सत्यानंद झा बाटुल पर अपना पति और अपने बेटे का पिता होने का आरोप लगाया था। कहा था कि मंत्री सत्यानंद झा बाटुल ने 1996 में उससे मंदिर में विधिवत ब्याह किया था। उसके आरोपों से झारखंड में राजनीतिक भूचाल आ गया था। महिला बाटुल को अपने आठ वर्षीय बेटे का पिता बताते हुए डीएनए जांच तक कराने को तैयार थी। उधर, मंत्री सफाई देते फिर रहे थे कि यह सब राजनीतिक साजिश है। उनके विरोधी झूठे आरोप लगवा रहे हैं।
महिला शिक्षिका जामताड़ा जिले की थी। हालांकि बाद में मामला ठंडा पड़ गया। अब मामला दबा या दबाया गया, यह तो वे दोनों ही जानें। फिलहाल उसकी चर्चा नहीं होती।
इसके इतर कुछ घटनाएं ऐसी हैं, जिनसे कई दलों के नेता और पदाधिकारी कठघरे में खड़ा होते रहे हैं। हां यह बात अलग है कि सार्वजनिक मंच पर उनके खिलाफ आरोप नहीं लगे, लेकिन झारखंड के राजनीतिक गलियारे में सबकी जुबान पर पति-पत्नी और वो के किस्से खूब प्रचलित हुए। कुछ को तो लव गुरु तक की उपाधि मिल गयी। झारखंड में तो एक नेता ऐसे भी थे, जिन्हें याद ही नहीं था कि उन्होंने कुल कितनी शादियां की थीं। उस कारण उनकी पहचान झारखंड तक ही नहीं, दिल्ली तक हो गयी थी।

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