कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने चाइनीज ऐप जूम के बहिष्कार करने का ऐलान किया है। कारोबारियों के शीर्ष संगठन कैट ने मंगलावार को चाइनीज वीडियो कांफ्रेंसिग ऐप जूम की जगह रिलायंस जियो की जियोमीट ऐप का इस्तेमाल करने की घोषणा की है। बता दें कि लद्दाख के गलवान घाटी की घटना के बाद भारत सरकार ने 59 चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार के इस कदम का असर अब दिखने लगा है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवान ने कहा कि देशभर के व्यापारी और कारोबारियों के संगठन जूम प्लेटफॉर्म का अब इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि कैट कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म के तौर पर रिलायंस जियो का जियोमीट को अपना लिया है। वहीं, कैट की टेक्नोलॉजी टीम मौजूदा अन्य टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का भी आकलन कर रही है। बता दें कि कैट पिछले 10 जून चीनी सामानों के बहिष्कार का राष्ट्रीय अभियान ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ चला रहा है, जिसे समाज के सभी वर्गों का समर्थन मिलने लगा है।
उल्लेखनीय है कि चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय अभियान के तहत कैट ने एक दिन पहले केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल को एक पत्र लिखा है, जिसमें ये मांग की गई है की सरकार ई-कॉमर्स पॉलिसी को जल्द से जल्द लागू करे। ताकि सभी वर्गों के व्यापार के लिए समान नीति बने, जिससे विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियां देश के रिटेल व्यापार पर भारी डिस्काउंट, लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचना जैसे व्यापारिक प्रवृतियों को न चला सकें, ई-कॉमर्स के लिए एक रेगुलेटर के गठन की व्यवस्था हो और ई-कॉमर्स के जरिए बिकने वाले प्रत्येक उत्पाद पर अनिवार्य रूप से निर्मित देश का नाम और उस वस्तु में कितना वैल्यू एडिशन किया गया है ये साफ़ तौर पर अंकित हो।