रांची। राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। गुरुवार को राजधानी रांची के चार थानेदार संक्रमण की चपेट में आ गये। इनमें सदर के वेंकटेश कुमार, लालपुर के अरविंद कुमार और गोंदा के थाना प्रभारी अवधेश ठाकुर शामिल हैं। इससे पहले हिंदपीढ़ी के थानेदार संक्रमित मिले थे। इनके अलावा खेलगांव थाना का कंप्यूटर आॅपरेटर भी संक्रमित मिला है। पूरे राज्य में कोरोना का सबसे अधिक अटैक पुलिस पर ही हुआ है। दो दिन पहले जैप-2 के डीएसपी अविनाश कुमार पॉजिटिव मिले थे। गुरुवार को उनकी पत्नी भी संक्रमित निकलीं। इनके बच्चों की रिपोर्ट अभी नहीं आयी है। राज्य में अब तक करीब एक सौ पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें पांच इंस्पेक्टर, 19 जमादार, 11 हवलदार, 47 सिपाही, सात होमगार्ड और लातेहार में तैनात सीआरपीएफ के 11 जवान शामिल हैं।
चार और लोगों की मौत
राज्य में गुरुवार को चार और संक्रमितों की मौत के साथ यह आंकड़ा 42 हो गया है। आज जमशेदपुर में दो और रांची तथा गोड्डा में एक-एक संक्रमितों की मौत हो गयी।
अधिकारी संक्रमित, बैंक शाखा सील
रांची के धुर्वा में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के डिप्टी मैनेजर भी संक्रमित पाये गये हैं। इसके बाद बैंक को सील कर दिया गया है।
बगोदर में डॉक्टर संक्रमित
बगोदर में एक चिकित्सक संक्रमित हो गये। उन्होंने पिछले दो सप्ताह में किन लोगों का परीक्षण किया है, इसका पता लगाया जा रहा है।
कोलेबिरा-बरही में नेता और परिजन संक्रमित
उधर कोलेबिरा में भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष के परिवार के नौ सदस्यों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। इन सभी को आइसोलेशन में भेज दिया गया है। उधर बरही में कांग्रेस से जुड़े एक नेता को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
बेहतर प्रबंधन के लिए कंट्रोल रूम जल्द बनेगा : सीएम
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। राज्य में जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। पहले सीमित संसाधन थे। अब राज्य के लगभग सभी जिलों में जांच की जा रही है। इसे आगे बढ़ाते हुए प्रखंड स्तर तक ले जाने का विचार किया जा रहा है। एक सप्ताह तक क्वारेंटाइन रहने के बाद गुरुवार को पहली बार मंत्रालय पहुंचे सीएम मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संक्रमण ज्यादा जांच होने की वजह से बढ़ रहा है। इसमें अचरज की बात नहीं है। इससे हमारे पास एक डाटाबेस भी तैयार हो रहा है। इससे संक्रमण के दौर में और बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि बिहार में लॉकडाउन है, इसके बावजूद वहां से लोग कैसे आ रहे हैं। इस विषय पर भी अधिकारियों के साथ चर्चा की जा रही है। इस पर जल्दी ही निर्णय लिया जायेगा। सीएम ने राज्य में बेड की किल्लत पर कहा कि अगर सभी लोग संक्रमित हो जायें, तो सभी को बेड उपलब्ध कराना संभव नहीं है। इस संक्रमण में डॉक्टर की भूमिका बहुत कम है। इसमें नर्सिंग और रखरखाव की भूमिका अधिक है। लोग घरों में भी अपनी व्यवस्था कर सकते हैं। सीएम ने कहा कि भारत सरकार ने भी गाइडलाइन जारी की है कि पॉजिटिव मरीज घर पर भी रहकर अपना समुचित इलाज करा सकते हैं। इसमें हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है। सीएम ने कहा कि इसे लेकर एक कंट्रोल रूम बनाया जायेगा। बहुत जल्द यह एक्टिव होगा।