रांची। झारखंड में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। मंगलवार को चार और संक्रमितों की मौत के साथ ही कोरोना से मरनेवालों की संख्या 37 तक पहुंच गयी है। उधर राज्य में संक्रमितों के इलाज के लिए बनाये गये अस्पतालों में बेड भर गये हैं। इसलिए अब सामान्य हालत वाले संक्रमितों का इलाज घरों में ही करने का फैसला किया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार ने मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भेजने की तैयारी भी कर ली है। साथ ही कम गंभीर मरीजों को जिलों में बनाये गये कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड केयर सेंटर में रखा जायेगा। गंभीर होने पर ही कोविड हॉस्पिटल में लाया जायेगा।
सीएम ने की अधिकारियों से बात
राज्य में बेकाबू होते हालात से सरकार गंभीर हो गयी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों से इस बाबत बात की है और सुझाव देने को कहा है। सीएम अभी होम क्वारेंटाइन में हैं। मंगलवार को उन्होंने घर से ही अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की और कोरोना की स्थिति की समीक्षा की।
चार संक्रमितों की मौत
मंगलवार को रांची में दो और जमशेदपुर में दो संक्रमितों की मौत हो गयी। मृतकों में एक महिला जामाडोबा (बोकारो) की, जबकि दूसरी महिला कदमा भाटिया बस्ती की थी। इसके साथ ही मृतकों की संख्या 37 हो गयी है।
रांची में एक ही परिवार के आठ लोग संक्रमित
रांची के कोकर में एक ही परिवार के आठ लोग संक्रमित पाये गये हैं। परिवार के एक सदस्य को पहले ही संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती किया जा चुका है। परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट मंगलवार को आयी।
हजारीबाग-चतरा में संपूर्ण लॉकडाउन
इस बीच हजारीबाग के डीसी की बेटी और समाहरणालय के डेढ़ दर्जन कर्मियों के संक्रमित होने के बाद जिला प्रशासन ने 31 जुलाई तक संपूर्ण लॉकडाउन का एलान किया है। उधर चतरा में भी 31 जुलाई तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। जमशेदपुर नगर निगम क्षेत्र में एक सप्ताह तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया गया है। राज्य में गंभीर कोरोना मरीजों के लिए विभिन्न जिलों में 19 सौ बेड बनाये गये हैं। इसमें करीब चार सौ बेड आइसीयू के हैं। कोविड हेल्थ सेंटर में 2148 बेड तथा कोविड केयर सेंटर में 4057 बेड बनाये गये हैं।