रांची। राज्य सरकार के खनन एवं भूतत्व विभाग द्वारा हाल में बालू भंडारण गृह से बालू की ढुलाई केवल ट्रैक्टर से किये संबंधी निर्देश पर झारखंड चेंबर आॅफ कामर्स ने चिंता जतायी है। कहा है कि एक ओर जहां बालू की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। वहीं दूसरी ओर शहर में प्राय: सभी निर्माण कार्य ठप हो गये हैं। मंगलवार को चेंबर, क्रेडाई, बिल्डर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया, झारखंड सेंटर, बालू ट्रक एसोसिएशन और बालू श्रमिक संघ की संयुक्त बैठक हुई। इसमें कहा गया कि हाइवा, ट्रक से बालू का परिवहन करने पर लोगों को उचित मूल्य पर बालू मिलता था, लेकिन विभाग द्वारा इसपर रोक के कारण यह महंगा हो गया है। ट्रैक्टर से ग्रामीण इलाके से रांची तथा इसके आसपास बालू लाना मुश्किल कार्य है, इससे बालू की कीमतों में वृद्धि के साथ ही बालू की कालाबाजारी बढ़ गयी है। अब तो बढे हुए रेट पर भी बालू नहीं मिल रहा है। बालू की कमी से रियल स्टेट इंडस्ट्री प्रभावित होने पर चेंंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने चिंता जतायी। कहा कि बालू का उठाव बंद होने से निजी बिल्डरों के साथ करोड़ों रुपये के सरकारी प्रोजेक्ट भी फंस गये हैं। ट्रैक्टर से बालू ढुलाई का निर्णय कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है, विभाग को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। बैठक में चेंबर उपाध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा, राम बांगड, महासचिव धीरज तनेजा, क्रेडाई अध्यक्ष बिजय कुमार अग्रवाल, बिल्डर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया के चेयरमैन रोहित अग्रवाल, बालू ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप साहू आदि उपस्थित थे।
ट्रैक्टर से बालू ढुलाई का निर्णय न्यायसंगत नहीं है : चेंबर
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