रांची। झारखंड में बेकाबू कोरोना पर नियंत्रण के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया। इसके तहत राज्य में सभी लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। अब यदि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के पाया जायेगा या लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करेगा, तो उसे दो साल तक जेल हो सकती है और साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी देना पड़ेगा। यह फैसला बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की। कैबिनेट ने कुल 39 प्रस्तावों को मंजूरी दी।
कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए सचिव ने बताया कि झारखंड सरकार ने वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के संक्रमण को संक्रामक रोग के रूप में लिया है। इसलिए राज्य में सभी लोगों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। कहा गया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को दो साल तक जेल की सजा भुगतनी होगी और एक लाख रुपये का जुर्माना भी देना होगा।
झारखंड की संस्कृति और पहचान का स्वरूप नया लोगो मंजूर, 15 अगस्त को जारी होगा : हेमंत
कैबिनेट की बैठक में बहुप्रतीक्षित झारखंड लोगो को भी मंजूरी दी गयी। इसे 15 अगस्त को जारी किया जायेगा। अब से तमाम सरकारी उपक्रमों में इसी लोगो का प्रयोग किया जायेगा। नये लोगो में झारखंड के लोकनृत्य और संस्कृति के साथ हाथी और पलाश का फूल भी है। इसे 15 अगस्त को औपचारिक रूप से जारी किया जायेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगो को झारखंड की संस्कृति और पहचान का स्वरूप बताया है। उन्होंने इसे 15 अगस्त को जारी करने की घोषणा भी की। बता दें कि झारखंड का नया लोगो बनाने का फैसला दिसंबर में हेमंत सोरेन कैबिनेट की पहली बैठक में लिया गया था।
10वीं और 12वीं के टॉपरों को एक-एक लाख रुपये
कैबिनेट ने राज्य के होनहार बच्चों का सम्मान करने का भी फैसला किया है। इसके तहत इस साल के 10वीं बोर्ड और 12वीं बोर्ड के टॉपरों को एक-एक लाख रुपये दिये जायेंगे। जैक, सीबीएसइ और आइसीएसइ में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों में पहले तीन स्थानों पर रहने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को भी इनाम दिया जायेगा। मैट्रिक टॉपर को एक लाख रुपये, सेकंड टॉपर को 75 हजार और थर्ड टॉपर को 50 हजार रुपये राज्य सरकार देगी। इसी प्रकार इंटर के टॉपर को तीन लाख, सेकंड टॉपर को दो लाख और थर्ड टॉपर को एक लाख रुपये सरकार देगी।
लॉकडाउन पर फैसला मुख्यमंत्री हेमंत लेंगे : कैबिनेट की बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन पर कोई भी फैसला लेने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अधिकृत कर दिया गया है। कैबिनेट में इस विषय पर चर्चा हुई और फिर मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया। अब स्थिति के हर पहलू पर विचार-विमर्श करने के बाद सीएम ही अंतिम निर्णय लेंगे।