पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का एक छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को नई दिल्ली में चुनाव आयोग कार्यालय का दौरा किया। टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के साथ बंगाल विधानसभा उपचुनाव व अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
मुलाकात करने पहुंचे इस प्रतिनिधिमंडल में डेरेक ओ’ब्रायन के अलावा टीएमसी सांसद सौगत राय, काकोली घोष दस्तीदार, सुदीप बंदोपाध्याय, कल्याण बनर्जी और सुखेंदु शेखर रॉय हैं। टीएमसी बंगाल की सात विधानसभा सीटों के लिए चुनाव व उपचुनाव कराने में देरी को लेकर नाराजगी जता चुकी है।
निर्वाचन आयोग के साथ बैठक के बाद तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि हमने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि पश्चिम बंगाल में लंबित सभी उपचुनाव छह महीने के अंदर आयोजित कराए जाएं। उन्होंने हमारी बात सुनी और हमें उम्मीद है कि हमारी चर्चा सफल रहेगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री बनर्जी नंदीग्राम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के हाथों विधानसभा चुनाव हार गई थीं। ऐसे में, उपचुनाव उनके लिए बहुत महत्व रखते हैं।
संविधान के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति विधायक या सांसद नहीं है और वह मंत्रिपद पर आसीन होता है, तो उसके लिए छह महीने में विधानसभा या विधानपरिषद या संसद के दोनों सदनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना अनिवार्य है। यदि मंत्री ऐसा नहीं कर पाता है, तो छह महीने बाद वह पद पर नहीं बना रह सकता। बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए चार नवंबर तक विधायक बनना होगा।