रोक नहीं लगी, तो 27 अगस्त को सभी अंचल कार्यालयों में तालाबंदी
रांची। विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करने और उसे आॅनलाइन अपडेट करने से लेकर एनआइसी में बैठे अपने लोगों के जरिये भूमि दस्तावेजों में आॅनलाइन छेड़छाड़ कराया जाता है। इस कार्य में अंचल कार्यालय से लेकर निबंधन कार्यालय और विभाग के कुछ लोगों की भूमिका संदिग्ध है। रजिस्टर-टू में छेड़छाड़, खतियान में नाम बदलने, भूमि का नेचर बदलने के अलावा रसीद में भी छेड़छाड़ किया जा रहा है। आॅनलाइन गड़बड़ी करने का सिलसिला लगातार जारी है। रांची में फिलहाल नामकुम, कांके, नगड़ी, ओरमांझी और रातू इलाके में जमीन माफिया काफी सक्रिय हैं। रांची शहर में सैकड़ों लोगों के पास वैसे हुकुमनामा है, जो पूरी तरह फर्जी है। इसी हुकुमनामा के जरिये जमीन स्वामित्व का दावा किया जाता है। श्री तिर्की ने कहा कि राजधानी में जमीन की कीमत अधिक होने के कारण जमीन की अवैध खरीद-बिक्री धोखाधड़ी और फ्रॉड की घटनाएं अधिक देखी जाती हैं।
जमीन के गोरखधंधा के कारण आये दिन हत्याएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि गैरही जमीन, भुइंहरी पहनाई, भुइंहरी महतोवाई, भुइंहरी डालिकतारी, भुइंहरी पनभोरा, भुइंहरी मुंडाइन, अगर इतने किस्म का खतियान है, तो अंचल से रसीद नहीं कट सकता है। इतना ही नहीं, इस नेचर की जमीन की रसीद उपायुक्त को भी काटने का अधिकार नहीं है, क्योंकि ये बेलगान जमीन है। विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि आदिवासी-मूलवासियों की जमीन का अंचल कार्यालय, रजिस्ट्री कार्यालय लूट का केंद्र बना हुआ है। गैरमजरूआ जमीन और धार्मिक-सामाजिक जमीन की लूट पर 30 दिनों के अंदर लगाम नहीं लगाया गया, तो 27 अगस्त को रांची जिला के सभी अंचल कार्यालयों में तालाबंदी की जायेगी।