रांची। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में बुधवार को राज्य के सभी जिलाध्यक्षों और अग्रणी मोर्चा संगठनों विभागों के अध्यक्ष एवं चेयरमैन के साथ समीक्षा बैठक डिप्टीपाड़ा स्थित रामेश्वर उरांव के आवासीय परिसर में हुई।
मौके पर रामेश्वर उरांव ने कहा कि कोरोना काल में कांग्रेस के जिलाध्यक्षों के नेतृत्व में प्रभावित लोगों के सहायतार्थ अभूतपूर्व कार्य हुआ। इसके लिए आप सभी जिलाध्यक्ष धन्यवाद के पात्र हैं। महामारी के इस कालखंड में कांग्रेस पार्टी ने दोहरी जिम्मेवारी का निर्वह्न किया है। संगठनिक गतिविधियों, आंदोलनात्मक कार्यक्रमों के साथ-साथ मुश्किल के इस घड़ी में राहत कार्यों का संचालन भी किया है। आप सभी ने पूरी ईमानदारी पूर्वक जमीनी स्तर पर उत्पन्न होने वाली समस्याओं को इस समीक्षा बैठक में रखने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त करते हैं कि 20 सूत्री एवं निगरानी समिति के गठन में आपके प्रस्तावों पर पूरी ईमानदारी से विचार किया जाएगा। सभी जिलों के प्रशासनिक महकमों में कार्यरत अधिकारियों को यह निर्देशित किया जाएगा कि कांग्रेस के लोग जनसमस्याओं को लेकर जब उनके पास जायें तो उनकी बातों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए उसपर विचार किया जाए।
राष्ट्रव्यापी आउटरीच अभियान को जिलों में गति देने के लिए एक-एक पदाधिकारी, कार्यकर्ता जुट जाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने का प्रयास करें। मौजूदा समय में केन्द्र की भाजपानीत सरकार की गलत और जनविरोधी नीतियों के परिणाम स्वरूप महंगाई आज चरम पर है। बेरोजगारी की दर आठ प्रतिशत पार कर गई है। महंगाई, बेरोगारी, जाती नौकरियों, घटती तन्खावह की चौतरफा मार हिन्दुस्तान की जनता पर पड़ी है। पेट्रोल-डीजल के लगातार मूल्यवृद्धि के कारण आमजन मानस त्राहिमाम कर रही है। पार्टी के द्वारा इस विषय पर श्रृंखलाबद्ध आंदोलन तय किया गया है, जिसके तहत 17 जुुलाई को सभी जिला मुख्यालयों पर साइकिल रैली, 19 जुलाई को सभी पेट्रोल पंपों पर हस्ताक्षर अभियान के कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए के लिए आज से हीं जुट जाएं।
मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि भाजपा के गलत नीतियों के कारण महंगाई चरम पर है। कन्ज्यूमर प्राइस इन्फ्लेशन के ताजे आंकडे के अनुसार 6.3 प्रतिशत तक पहुंच गए है। पेट्रोल-डीजल गैस, सीएनजी, पीएनजी के दाम बढ़ने के कारण खाने-पीने का समान, यातायात के साधन सभी चीजें महंगी हो गई है। आम जनता के सामने तीन महत्वपूर्ण सवाल मुंह बाये खडे हैं।