केंद्र का सौतेला व्यवहार, जनता देगी जवाब
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दिल्ली में कोरोना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने झारखंड में कोविड वैक्सीन की कमी के लिए केंद्र सरकार को घेरा। वहीं विदेशों को वैक्सीन दिये जाने को लेकर आइसीएमआर के बार-बार गाइडलाइन बदलने पर सवाल उठाये। बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड में वैक्सीन की भारी कमी है। हमें वैक्सीन मुहैया नहीं करायी जा रही है। कोरोना संकट की घड़ी में झारखंड के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। झारखंड की जनता इसके लिए केंद्र सरकार को कभी माफ नहीं करेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पीएम ने कहा था कि भारत वैक्सीन का हब बन गया है। बड़े पैमाने पर वैक्सीन दूसरे देशों को दी गयी, लेकिन यहां अपने ही देश के राज्यों को वैक्सीन नहीं मिल रही है। तीसरी लहर जल्द आने की आशंका है और हमें वैक्सीन की बहुत ज्यादा जरूरत है। झारखंड में 18 साल से लेकर 45 साल की उम्र के करीब एक करोड़ 57 लाख लोग हैं। इन लोगों को वैक्सीन देनी है। जब हमारे पास वैक्सीन रहेगी ही नहीं, तो हम वैक्सीन अभियान कैसे चलायेंगे। उन्होंने कहा कि देश में वैक्सीन की काफी कमी है, इसलिए दोनों डोज के बीच में कभी छह तो कभी सात, कभी 16 हफ्ते का गैप दे दिया जाता है। आइसीएमआर के जरिये केंद्र सरकार अपनी नाकामी ढंकती है।
मेरे पास जानकारी है कि वैज्ञानिक इस पक्ष में नहीं थे कि गैप को इतना बढ़ाया जाये, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण केंद्र सरकार के दबाव में आइसीएमआर बार-बार गाइडलाइन बदलती है।
केंद्र को नहीं है झारखंड की चिंता
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड में बीजेपी की सरकार नहीं है। इसलिए हम लोगों की चिंता केंद्र सरकार को नहीं है। वैचारिक मतभेद हो सकता है, लेकिन राज्य हित को देखते हुए झारखंड की मदद केंद्र सरकार को करनी चाहिए। केंद्र सरकार से आग्रह है कि झारखंड के हित के लिए जल्द बड़ा कदम उठाये।