राज्य में संपदा के दोहन के खिलाफ जोरदार आंदोलन करेगी आजसू
आजसू पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में जिला प्रभारियों तथा जिलाध्यक्षों की बैठक संपन्न
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। आनेवाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें संघर्षशील, गतिशील और चिंतनशील होना होगा। राजनीति के दो ही पहलू होते हैं। सत्ता और संघर्ष ही हमारी पहचान है। सोमवार को ये बातें आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहीं। वह पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित जिला प्रभारियों और जिलाध्यक्षों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने सभी पदाधिकारियों से कहा कि हमें जनता की आवाज बननी होगी। जनता के हक और अधिकार की लड़ाई का नेतृत्व करना ही विपक्ष का मूल कर्तव्य है। आजसू पार्टी ओबीसी आरक्षण, स्थानीय नीति, शिक्षा, रोजगार, और राज्य के संसाधनों के दोहन के खिलाफ मुखर होगी।
सरकार के कामकाज की हुई समीक्षा
बैठक में प्रखंड स्तर तक पार्टी संगठन के पुनर्गठन और विस्तार, सदस्यता अभियान फिर से शुरू करने तथा वर्तमान सरकार के कामकाज की समीक्षा की गयी। इसके अलावा पार्टी के भावी कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 15 जुलाई तक सभी प्रखंडों में प्रखंड सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। इसी तरह से आठ अगस्त से पार्टी हर प्रखंड में सामाजिक न्याय मार्च की शुरूआत करेगी। वहीं 9 अगस्त को पूरे प्रदेश में विश्व आदिवासी दिवस मनायेगी। इसके अलावा 15 सितंबर तक प्रत्येक जिले में जिला सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। बैठक में तय हुआ कि कोरोना से मरनेवालों का डाटा जमा कर उनके परिवारवालों के हक और अधिकार के लिए लड़ाई आजसू पार्टी लड़ेगी। इसके अलावा भी कई अन्य मुद्दों पर बैठक में चर्चा की गयी। बैठक में कहा गया कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल है और राज्य में संपदा के दोहन के खिलाफ आजसू पार्टी जोरदार आंदोलन करेगी। बैठक में गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, विधायक लंबोदर महतो, पार्टी उपाध्यक्ष उमाकांत रजक, संगठन सचिव शालिनी गुप्ता, उपाध्यक्ष अकील अख्तर, कुशवाहा शिवपूजन मेहता, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, केंद्रीय प्रवक्ता मनोज सिन्हा, केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता, महिला मोर्चा की केंद्रीय संगठन सचिव वर्षा गाड़ी तथा सभी जिला प्रभारी और जिलाध्यक्ष शामिल थे।