नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने दिल्ली के विकास-कार्यों में कोताही बरती है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि राज्य सरकार के पास पैसा होते हुए भी जनता के हित में खर्च नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के पास दिल्ली के विकास की न तो कोई योजना है न ही कोई मॉडल है।

गुप्ता ने दिल्ली सरकार के विकास कार्यों के दावों को झूठा बताते हुए आरोप लगाया कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानि सीएजी की रिपोर्ट में स्पष्ट कहा है कि दिल्ली सरकार पिछले सात सालों से बजट में प्रस्तावित धनराशि को पूरा खर्च नहीं कर पा रही है।

नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के साथ आज एक संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए गुप्ता ने सीएजी की रिपोर्ट पर खुली बहस की चुनौती देते हुए कहा कि सरकार विकास कार्यों पर बजट प्रावधानों के साथ-साथ केंद्र से विभिन्न योजनाओं के लिए मिली राशि को भी खर्च नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि हर वर्ष बजट का कुल 30 से 40 फीसदी रिटर्न चला जाता है। ऐसे में योजनाओं पर पैसा खर्च न करना और स्वास्थ्य, शिक्षा, निर्माण और विकास कार्यों पर प्रस्तावित राशि का भी उपयोग ना होना दर्शाता है कि केजरीवाल सरकार हर क्षेत्र में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है।

गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2015 से 2020 तक प्रत्येक वर्ष खर्च न होने वाली बजट राशि में बढ़ोत्तरी होती रही है। जहां वर्ष 2015-16 में खर्च न होने वाली राशि 7374 करोड़ रुपये से ज्यादा थी वहीं वर्ष 2019-20 में तक यह बढ़ कर 12670 करोड़ रुपये तक हो गई। उन्होंने कहा कि जनता का पैसा जो विकास कार्यों में लगाना था, वह भी केजरीवाल सरकार खर्च नहीं कर पाई जबकि उसके दावें दिल्ली को विकास को नए पथ पर ले जाने को है।

गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार की 39 योजनाएं ऐसी हैं जिनकी घोषणा तो हुई लेकिन जमीन पर उनमें से एक भी नहीं उतर सकी। इस तरह से करोड़ों रुपयों की योजनाएं जो युवा, गरीबों, ग्रामीणों के लिए थी वह आज तक शुरु नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं दिल्ली सरकार केंद्र से विभिन्न परियोजनाओं के लिए मिलने वाली राशि को भी पूरा खर्च नहीं कर पाई। इन योजनाओं में यमुना की सफाई, गरीबों के लिए मकान के साथ कई विकास कार्य शामिल थे।

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