नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि जुलाई का महीना खेलकूद की दृष्टि से एक्शन से भरपूर रहा है। इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने विश्व मंच पर असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, “कक्षा हो या खेल का मैदान, आज हमारे युवा, हर क्षेत्र में देश को गौरवान्वित कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को ‘मन की बात’ की 91वीं कड़ी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जुलाई में पीवी सिंधु ने सिंगापुर ओपन का अपना पहला ख़िताब जीता है। नीरज चौपड़ा ने भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन को जारी रखते हुए विश्व एथलिटिक चैंपियनशीप में देश के लिए रजत पदक जीता है। आयरलैंड पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल में भी हमारे खिलाड़ियों ने 11 पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है। रोम वर्ल्ड कैडेट वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भी भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हमारे एथलीट सूरज ने तो ग्रीको-रोमन इवेंट में कमाल ही कर दिया। उन्होंने 32 साल के लंबे अंतराल के रेसलिंग का स्वर्ण पदक जीता है।
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए पूरा महीना ही कुछ कर दिखाने से भरपूर रहा है। चेन्नई में 44वें शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी करना भी भारत के लिए बड़े ही सम्मान की बात है। 28 जुलाई को ही इस प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ है। उसी दिन ब्रिटेन में कॉमनवेल्थ खेलों की भी शुरुआत हुई। युवा जोश से भरा भारतीय दल वहां देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है। वे सभी खिलाड़ियों और एथलिटों को देशवासियों की ओर से शुभकामनाएं देते हैं।
‘मन की बात’ – भारतीय चिकित्सा में बढ़ रही रुचि, आयुष निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दुनियाभर में आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा में रुचि बढ़ रही है। आयुष निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को ‘मन की बात’ की 91वीं कड़ी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आयुष ने वैश्विक स्तर पर अहम भूमिका निभाई है। दुनियाभर में आयुर्वेद और भारतीय औषधियों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। यह एक बड़ी वजह है कि आयुष निर्यात में रिकॉर्ड तेजी आई है और यह सुखद कर देने वाला है कि इस क्षेत्र में कई नए स्टार्ट-अप भी सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हाल ही में एक वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें करीब दस हज़ार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। कोरोना काल में औषधीय पौधों पर शोध में भी बहुत वृद्धि हुई है। इस बारे में बहुत से शोध प्रकाशित हो रहे हैं। निश्चित रूप से एक अच्छी शुरुआत है।
‘मन की बात’ में बोले प्रधानमंत्री, खिलौनों के निर्यात में पावर हाउस बन रहा भारत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि देश आज खिलौनों के निर्यात का ‘पावर हाउस’ बन रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं, उद्यमियों और स्टार्ट-अप के प्रयासों से मिली सफलता ऐसी है ‘जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ की 91वीं कड़ी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में अब विदेश से आने वाले खिलौनों की संख्या लगातार कम हो रही है। पहले जहां 3 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के खिलौने बाहर से आते थे, वहीं अब इनका आयात 70 प्रतिशत तक घट गया है। इसी दौरान भारत ने दो हजार छह सौ करोड़ रुपये से अधिक के खिलौनों को विदेशों में निर्यात किया है। पहले केवल 300-400 करोड़ रुपये के खिलौने ही भारत से बाहर जाते थे। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये सब कोरोनाकाल में हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारत के खिलौना उद्योग ने खुद को बड़े स्तर पर बदला है। भारतीय उत्पादक अब भारतीय पौराणिक कथाओं, इतिहास और संस्कृति पर आधारित खिलौने बना रहे हैं। देश में जगह-जगह छोटे उद्यमियों के बनाए खिलौने अब दुनियाभर में जा रहे हैं। भारत के खिलौना निर्माता विश्व के प्रमुख वैश्विक खिलौना ब्रांड के साथ मिलकर भी काम कर रहे हैं।
खिलौना उद्योग से जुड़े दिलचस्प विषयों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बेंगलुरु में शुम्मे टॉयज स्टार्ट अप इको-फ्रैंडली खिलौनों पर ध्यान केन्द्रित कार्य कर रहा है। गुजरात में आर्किडजू कंपनी एआर आधारित फ्लैश कार्ड 3 एआर-आधारित स्टोरीबुक बना रही है। पुणे की कंपनी फनवेंशन लर्निंग, खिलौने और एक्टिविटी पजल के जरिये विज्ञान, तकनीक और गणित में बच्चों की दिलचस्पी बढ़ाने में जुटी है।