-‘रोजगार विनिमय सांख्यिकी-2023’ की रिपोर्ट
-रोजगार के उचित अवसर मुहैया कराकर वर्ष 2002 से गुजरात लगातार प्रथम
गांधीनगर/अहमदाबाद। रोजगार कार्यालयों द्वारा युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के मामले में गुजरात वर्ष 2002 से लगातार देश में प्रथम स्थान पर बना हुआ है। गुजरात ने इस परिपाटी को इस वर्ष भी बरकरार रखा है। राज्य के श्रम एवं रोजगार मंत्री बलवंत सिंह राजपूत ने केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओर से प्रतिवर्ष जारी की जाने वाली रिपोर्ट के हवाले से कहा कि गुजरात के लिए यह गर्व की बात है कि ‘रोजगार विनिमय सांख्यिकी-2023’ की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 के दौरान रोजगार कार्यालयों के द्वारा रोजगार के अवसर प्रदान करने के मामले में गुजरात ने एक बार फिर प्रथम स्थान अर्जित किया है।
मंत्री बलवंत सिंह राजपूत ने कहा कि वर्ष 2018-19 से 2022-23 के दौरान 5 वर्षों की अवधि में रोजगार कार्यालयों द्वारा 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को रोजगार प्रदान किया गया है। इस अवधि में 7 हजार से अधिक भर्ती मेलों के आयोजन से ही राज्य के लगभग 8 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि गुजरात के युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने तथा ऑनलाइन व्यवस्था के माध्यम से नियोक्ताओं को उनकी जरूरत के मुताबिक मानव बल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक अभिनव पहल के अंतर्गत ‘अनुबंधम’ वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप विकसित किया है। आज यह वेब पोर्टल नियोक्ताओं और रोजगार के इच्छुक युवाओं के बीच एक पुल की भूमिका अदा कर रहा है।
गुजरात ने दिया देश का 43 फीसदी रोजगार
‘रोजगार विनिमय सांख्यिकी-2023’ की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में देश के सभी राज्यों द्वारा कुल 6,44,600 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है, जबकि अकेले गुजरात ने इसका 43 फीसदी यानी 2,74,800 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया है। देश में 13,67,600 अधिसूचित रिक्तियां पंजीकृत की गईं। वहीं, गुजरात 3,59,900 अधिसूचित रिक्तियों के पंजीकरण के साथ देश में दूसरे स्थान पर है।
अनु. जाति और जनजाति के युवाओं को रोजगार देने में भी गुजरात अव्वल
मार्च-2023 में जारी रिपोर्ट के अनुसार गुजरात अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में भी देश भर में अव्वल है। देश में 2022 के दौरान अनुसूचित जाति के 38,700 युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया, जिसकी तुलना में गुजरात में देश का 58 फीसदी यानी 22,600 अनुसूचित जाति के युवाओं को रोजगार मुहैया कराया गया। इसके अलावा, वर्ष 2022 में देश में अनुसूचित जनजाति के 22,000 उम्मीदवारों को मिली नौकरी का 86 फीसदी यानी 19,100 अनुसूचित जनजाति युवाओं को अकेले गुजरात में रोजगार दिया गया है।
महिलाओं को रोजगार देने में गुजरात दूसरे स्थान पर
गुजरात राज्य आज केवल पुरुषों को ही नहीं, बल्कि महिलाओं को भी रोजगार के समान अवसर प्रदान कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात राज्य महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है। देश भर में वर्ष 2022 के दौरान 1,22,700 महिलाओं को दिए गए रोजगार के मुकाबले गुजरात ने 45,800 यानी 37 फीसदी महिलाओं को रोजगार मुहैया कराया है। इसके अलावा, रोजगार की इच्छुक महिलाओं के नाम पंजीकरण में भी गुजरात देश में प्रथम स्थान पर आया है। समग्र देश में 8 फीसदी महिला उम्मीदवारों के नाम पंजीकरण में गुजरात का योगदान करीब 75 फीसदी है।
-गुजरात ने 2022 में देश के 43 फीसदी यानी 2.74 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार दिया
-अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं को रोजगार देने में गुजरात देश में प्रथम
-अनुसूचित जाति के देश के 58 फीसदी यानी 22,600 उम्मीदवारों को गुजरात में रोजगार मिला
-अनुसूचित जनजाति के देश के 86 फीसदी यानी 19,100 युवाओं को गुजरात ने दिया रोजगार
-महिलाओं को रोजगार के अवसर देने में गुजरात देश भर में दूसरे स्थान पर