-एक संदिग्ध युवक से दो घंटे तक चली पूछताछ
पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना और दरभंगा की बहेरा में एनआईए की टीम ने पीएलएफआई से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर रविवार को छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने दरभंगा के बहेड़ा से एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर दो घंटे तक पूछताछ की।
पटना जिले के फुलवारीशरीफ में इमारत-ए-शरिया के सामने मोहम्मद रियाजुद्दीन कासमी के बुक स्टाल पर छापेमारी की गई। दुकान से एक संदिग्ध कंटेंट वाली धार्मिक पुस्तक मिली थी। इस आधार पर छापेमारी की गई।
दरभंगा के बहेड़ा थाना के छोटी बाजार में पीएलएफआई से जुड़े संदिग्ध युवक के घर पर रविवार की सुबह करीब छह बजे छापेमारी की। रिमझिम बारिश के बीच चार थानों की पुलिस के साथ पहुंची। एनआईए की टीम ने छोटी बाजार में मो. हब्बीबुल्लाह के घर की घेराबंदी की। इसके बाद हबीबुल्लाह के पुत्र मो. समीउल्लाह को कब्जे में ले लिया। बहेड़ा थाने पर करीब दो घंटे उससे पूछताछ की गई। उसके मोबाइल को जब्त कर एनआईए ने युवक को मुक्त कर दिया। छापेमारी का नेतृत्व एनआईए के इंस्पेक्टर राजेश कुमार मिश्र कर रहे थे।
इंस्पेक्टर मिश्र ने बताया कि जरूरी होने पर समीउल्लाह को फिर से बुलाया जाएगा। इसके लिए उसे नोटिस दिया गया है। हालांकि, उन्होंने पूछताछ में मिली जानकारी को साझा करने से इनकार कर दिया। दरभंगा एसएसपी अवकाश कुमार ने छापेमारी के दौरान एक युवक को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की।
दरभंगा के बहेरा से गिरफ्तार युवक मो समीउल्लाह के पीएलएफआई से संपर्क होने के कई सबूत मिले हैं। वह अरबी के पत्र व अन्य दस्तावेजों को उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद कर पीएलएफआई से जुड़े सदस्यों को उपलब्ध कराता था। उसके पास से बरामद मोबाइल में इसके साक्ष्य मिले हैं। समीउल्लाह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर है। उसके पिता मो. हबीबुल्लाह ने बताया कि समीउल्लाह फुलवारीशरीफ में रहकर मौलवी की पढ़ाई करता है।
उल्लेखनीय है कि फुलवारी शरीफ मामले में दरभंगा के तीन आरोपितों में अब भी दो फरार चल रहे हैं। इसमें सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी पीएलएफआई के प्रदेश महासचिव सनाउल्लाह उर्फ आकीब और मुस्तकीम अब भी फरार हैं। एनआईए की टीम फुलवारीशरीफ मामले में 28 जुलाई, 2022 को इन आरोपितों के घर को खंगाला था।