Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 30
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान, राजद के गुंडों की तरह पटना पुलिस ने मचाया आतंक : राकेश सिन्हा
    Breaking News

    व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान, राजद के गुंडों की तरह पटना पुलिस ने मचाया आतंक : राकेश सिन्हा

    azad sipahiBy azad sipahiJuly 15, 2023Updated:July 15, 2023No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    बेगूसराय। राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा है कि आजादी के बाद से ही सत्तारूढ़ दल के खिलाफ विपक्ष प्रदर्शन करता रहा है। यह उसका संवैधानिक अधिकार है। प्रदर्शन को रोकने और दमन करने में अंतर है। भाजपा द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने की जगह दबंग तरीके से दमन किया गया।

    शनिवार को बेगूसराय में भाजपा द्वारा आयोजित धरना के बाद प्रेसवार्ता में राकेश सिन्हा ने कहा कि पटना की यह घटना भारतीय लोकतंत्र पर काला धब्बा है। सरकार की विफलता और संवेदनहीनता को लेकर राज्य के कोने-कोने से आए भाजपा कार्यकर्ता संवैधानिक अधिकार के तहत जनपक्षीय मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से नारा लगाते हुए विधानसभा की ओर जा रहे थे। लेकिन बर्बरता पूर्ण तरीके से लाठी चलाई गई।

    पुलिस आतंक फैलाने वाले राजद के गुंडे की तरह काम कर रही थी। इस बर्बरता पूर्ण तरीके से हुए हमले में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की हत्या हो गई। राज्य पोषित हत्या का औचित्य बताया जा रहा है। सरकार संवैधानिक और नैतिक दायित्व का अपमान कर रही है। संविधान की प्रस्तावना की बात करने वाले कथित बुद्धिजीवी सड़क पर की गई इस हत्या पर चुप क्यों है। यह सवाल सिर्फ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव नहीं, लिफ्ट लिबरल बुद्धिजीवियों से है।

    उन्होंने कहा कि विजय कुमार सिंह का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। जैसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर को बचाने के लिए बलिदान दिया था। उसी प्रकार विजय कुमार सिंह ने बिहार को जंगलराज से बचाने के लिए बलिदान दिया है। इसमें ललन सिंह जो बोल रहे हैं, ऐसा व्यवहार किसी राजनेता को नहीं करना चाहिए। भाजपा के कार्यकर्ता ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। लेकिन वहां मीडिया कर्मियों को भगाकर आतंक मचाया गया।

    राज्य निर्देशित और राज्य पोषित यह घटना शर्मनाक है। नीतीश और लालू का शासन लोकशाही नहीं, फासीवाद शासन के रूप में बिहार में विद्यमान है। पटना जिला प्रशासन अपने संवैधानिक दायित्व को निभाने की जगह राजद-जदयू के शाखा के रूप में काम कर रही है। राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस ने हमारे प्रमुख कार्यकर्ता की हत्या कर दी। इसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और पटना पुलिस की है।

    पटना पुलिस पर हत्या का मुकदमा दायर किया जाना चाहिए। आंसू गैस और पानी की बौछार से पीछे हटने वाले कार्यकर्ताओं को खदेड़-खदेड़ कर मारा गया। आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी और संजय गांधी ने जो किया था, आज वही काम नीतीश-लालू की सरकार कर रही है। कोई पुलिस सामने आकर सबूत दिखा दे कि उसके आंख में मिर्ची का पाउडर डाला गया।

    भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे लोगों को ऐसा आरोप लगाना शोभा नहीं देता है। तेजस्वी यादव के पास तो सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार ही नहीं है। इन लोगों से सरकार नहीं चल रही है, शासन नहीं चल रहा है तो पूरी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। क्योंकि लोकतंत्र की जननी में सभी तरह के लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या हो रही है। इन लोगों ने इतिहास को दागदार कर दिया है।

    विधायक कुंदन कुमार ने कहा कि पटना में घटित घटना भारतीय लोकतंत्र के काले अध्याय में शामिल होने वाली है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने संयम के साथ काम लिया है, अन्यथा पटना की सड़कों पर बड़ी तबाही का रूप देखने को मिलता। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पहले ही पटना के एसएसपी ने कह दिया कि बगैर मार खाए ही विजय कुमार सिंह मर गए ।जब की कल आई रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि इंटरनल ब्लडिंग के कारण मौत हुई है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleमुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे 69,000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी
    Next Article कोर्ट ने नफरती भाषण मामले में आजम खान को सुनाई दो साल की सजा
    azad sipahi

      Related Posts

      भूमि सुधार और हदबंदी कानून के लिए आज भी याद किए जाते हैं चौधरी : सीएम योगी

      May 29, 2025

      जिला परिषद सदस्य कर्ण सिंह और भाजपा नेता हरप्रीत सिंह हिरासत में, विधायक ने की जांच की मांग

      May 29, 2025

      जल संकट पर सख्ती, सभी को समान जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी : सरयू राय

      May 28, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • भूमि सुधार और हदबंदी कानून के लिए आज भी याद किए जाते हैं चौधरी : सीएम योगी
      • जिला परिषद सदस्य कर्ण सिंह और भाजपा नेता हरप्रीत सिंह हिरासत में, विधायक ने की जांच की मांग
      • बाघमारा में एटीएस का छापा, मिनी गन फैक्ट्री चलाते छह धराए
      • सड़क दुर्घटना में दो की मौत, 18 घायल
      • मणिपुर में नई सरकार बनाने की कवायद तेज, 10 विधायकों ने राज्यपाल से की मुलाकात
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version