खूंटी। खूंटी के जानेमाने अधिवक्ता और नॉटरी पब्लिक लक्ष्मीकांत शर्मा का निधन रविवार की रात उनके खूंटी स्थित आवास में हो गया। उनके आकस्मिक निधन की खबर मिलते ही खूंटी और कचहरी परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। सहसा किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि हमेशा हंसमुख रहनेवाले मिलनसार अधिवक्ता लक्ष्मीकांत शर्मा हमारे बीच नहीं रहे।
लक्ष्मीकांत खूंटी के प्रख्यात चिकित्सक डॉ मन्मथ नाथ शर्मा के पुत्र और डॉ श्रीकांत शर्मा के अनुज थे। वे मूलरूप से कर्रा प्रखंड के बिकुवादाग के रहने वाले थे। 67 वर्षीय लक्ष्मीकांत शर्मा पिछले 35 वर्षों से खूंटी कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में कार्यरत थे। वे अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं। सोमवार को तजना मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
उनके कनिष्ठ पुत्र अवनी मोहन शर्मा ने मुखाग्नि दी। उनकी अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ उमडी पड़ी। अधिवक्ता लक्ष्मीकांत शर्मा के निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पद्मभूषण कड़िया मुंडा, विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक कोचे मुंडा, डॉ निर्मल सिंह, सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार, विधायक प्रतिनिधि काशीनाथ महतो, अनूप कुमार साहू सहित कई लोगों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।