-इस हादसे में 16 लोगों की मौत हुई है और 10 लोग हुए हैं घायल
-घायलों का जिला चिकित्सालय और हायर सेंटर एम्स, ऋषिकेश में चल रहा है उपचार
-सभी मृतकों और घायलों की हुई शिनाख्त, मृतकों में दारोगा सहित तीन होमगार्ड भी हैं शामिल
-घटना में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जायेगा : धन सिंह रावत
– मुख्यमंत्री ने घटना पर जताया दु:ख, मजिस्ट्रेट जांच के दिये गए हैं आदेश
चामोली/गोपेश्वर। उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार सुबह नमामि गंगे प्रोजेक्ट में हुए बड़े हादसे में मृतकों की संख्या 16 हो गयी है। इनमें एक दारोगा और तीन होमगार्डों के अलावा 12 ग्रामीण हैं जबकि दस लोग घायल हुए हैं। इनमें छह गंभीर घायलाें को हायर सेंटर के लिए एयरलिफ्ट किया गया है। मुख्यमंत्री ने घटना पर दु:ख जताया है। उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। चमोली जिले के प्रभारी और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर घायलाें का हालचाल जाना। इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सायं एम्स, ऋषिकेश जाकर जनपद चमोली की दुखद घटना में घायल हुए 06 घायलों का हालचाल जाना।
घटनाक्रम के अनुसार मंगलवार को नमामि गंगे परियोजना के प्लांट में कार्यरत 27 वर्षीय गणेश लाल पुत्र महेंद्र लाल निवासी ग्राम हरमनी की मौत हो गई थी। मृतक के परिजन जब बुधवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने मौत के कारणों को जाना। इस बीच वहां स्थानीय लोगों के साथ ही गांव के लोग भी एकत्र हो गये। पुलिस और होमगार्ड के जवान जब भी वहां पहुंच गए। उन्होंने पंचनामा भरने की कार्रवाई शुरू की तो इसी बीच प्लांट में बिजली का करंट दौड़ गया। ऐसा वहां पर मौजूद लोगों ने बताया। बताते हैं कि करंट इतना तेज था कि लोगों के शरीर तक फट गए। ट्रांसफार्मर में आग लग गई और फिर उसमें धमाका हो गया। वहां एकत्र सभी 25 लोग इसकी चपेट में आय गये, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी। जबकि दस लोग घायल हो गये हैं। मृतकों में एक दारोगा और तीन होमगार्ड के जवान शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली की घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना में 15 लोगों के हताहत होने की जानकारी मिली है। इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये गये हैं। सभी बचाव दल जिला प्रशासन, एसडीआरएफ सहित अन्य दल लगे हुए हैं। इसके लिए विधिक कार्रवाई की जा रही है। इसकी जांच एडीजी लॉ एंड आर्डर वी. मुरुगन, देहरादून कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सायं एम्स ऋषिकेश जाकर जनपद चमोली की दुखद घटना में घायल हुए 06 घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने घायलों की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित इलाज के संबंध में एम्स के चिकित्सकों से भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने घायलों के इलाज में कोई कमी न रहे, इसकी भी चिकित्सकों से अपेक्षा की।एम्स, ऋषिकेश में भर्ती घायलों में महेश कुमार पुत्र रूपदास, नरेन्द्र लाल पुत्र असीम दास, आनन्द पुत्र गम्मालाल, सुशील कुमार पुत्र सुदामा लाल, सन्दीप मेहरा पुत्र सुलोचन, पीआरडी रामचन्द्र पुत्र पुष्कर लाल शामिल हैं।
वर्चुअल थाने के अनुसार चमोली में बने नमामि गंगे परियोजना के प्लांट में करंट फैलने से 15 लोगों की मौत हुई है जबकि 10 लोग घायल हुए हैं।
घटना की जानकारी मिलते हुए प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत, विधायक थराली भूपाल राम, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल, सीडीओ डा. ललित नारायण मिश्र, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, पूर्व जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, हरक सिंह रावत, कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष गोविंद सजवाण, नगराध्यक्ष योगेंद्र सिंह बिष्ट, भाजपा के नवल भट्ट घटनास्थल पहुंचे थे।
जिले के प्रभारी मंत्री पहुंचे अस्पताल-
जिले के प्रभारी और प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत यहां जिला चिकित्सालय पहुंचे और घायलों का उपचार करने के साथ ही घटना की जांच के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी चमोली को इस घटना की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस घटना में 15 लोगों की मौत हुई है जबकि दस लोग घायल हुए हैं।
घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद एयर एंबुलेंस से हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी की मुख्यमंत्री को भी यहां आना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण उनका हेलीकाप्टर वापस लौट गया। उन्होंने बताया कि उनकी दूरभाष पर सीएम से बात हुई है। सीएम ने सभी घायलों का उपचार सरकारी खर्चें पर करवाने के निर्देंश देने के साथ ही घायलों को एक-एक लाख और मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा भी देने की भी घोषणा की गई है।
अचानक कैसे फैला करंट बना हुआ है रहस्य-
सुबह मंगलवार को नमामि गंगे परियोजना परिसर में जब मृतक गणेश के परिजन पहुंचे थे तो उस समय काफी देर तक वहां पर कोई करंट नहीं था, लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि पूरे परिसर में एकाएक करंट दौड़ने लगा। इसकी चपेट में 25 लोग आ गये, जिससे यह हादसा हो गया। इसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।
एक परिवार के तीन तथा दूसरे परिवार के दो लोगों की मौत-
इस घटना में एक परिवार के तीन लोगों की तथा दूसरे परिवार के दो लोगों की मौत हो गई है। मंगलवार को हरमनी निवासी मृतक गणेश लाल के पिता महेंद्र लाल और मृतका का भाई दीपू कुमार बुधवार को यहां पहुंचे थे और उन दोनों की भी इस घटना में मौत हो गई है। जबकि पाडुली निवासी होमगार्ड जवान सोबत लाल का पुत्र विपिन (26) किसी काम से अपने पिता से मिलने गया था। उसकी भी अपने पिता के साथ घटना में मौत हो गई है।
पूर्व में भी हुई थी करंट लगने की घटना नेपाली परिवार आया था चपेट में-
बताया जा रहा है कि पूर्व में भी यहां पर ऐसे ही करंट लगने की घटना घटित हुई थी, जिसमें एक नेपाली परिवार इसकी चपेट में आ गया था, जिसमें नेपाली परिवार के लोगों के अंगभंग हो गये थे।
कांग्रेस पार्टी ने की मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग-
कांग्रेस पार्टी के ब्लाॅक अध्यक्ष गोविंद सिंह सजवाण ने कहा कि नमामि गंगे के इस प्लांट में यह दूसरी घटना है पहली घटना में नेपाली परिवार करंट की चपेट में आया था और इस बार बड़ा हादसा सामने आया है। उनका आरोप है कि इससे साफ लगता है कि इस प्लांट को संचालित करने वाली कंपनी ने यहां पर सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये हैं, जिससे इन पर इस घटना के लिए एफआरआई दर्ज की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार से मांग करती है कि मृतकों के परिजनों को कम से कम 25-25 लाख का मुआवजा दिया जाए और उनके परिजनों को सरकारी नौकरी भी दी जाए।
उनका यह भी आरोप है कि गणेश लाल की मौत मंगलवार की सायं को होना बताया जा रहा है इसके बाद कंपनी ने अपने आदमी की कोई सूचना नहीं ली और सुबह जब मृतक के परिजन वहां पहुंचे तब जाकर इस घटना का खुलासा हुआ। यदि मंगलवार को ही गणेश लाल की मौत का पता चल जाता तो आज इतनी बड़ी घटना घटित नहीं होती। इस लिए इस घटना की उच्च स्तरीय जांच और हादसे के दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए यह मांग कांग्रेस पार्टी करती है।
मृतकों की सूची-
1- उप निरीक्षक प्रदीप रावत चौकी पीपलकोटी।
2- 55 वर्षीय होमगार्ड मुकुंद राम पुत्र श्यामदास निवासी हरमनी चमोली।
3- 57 वर्षीय होमगार्ड गोपाल पुत्र माधव सिंह निवासी ग्राम रूपा चमोली।
4- होमगार्ड सोबत लाल निवासी ग्राम पाडुली।
5- 25 वर्षीय सुमित पुत्र स्वर्गीय चंद्र सिंह अस्वाल निवासी ग्राम रांगतोली चमोली।
6- 33 वर्षीय सुरेंद्र पुत्र विजय लाल निवासी हरमनी, चमोली।
7- 45 वर्षीय देवी लाल पुत्र असील दास निवासी हरमनी।
8- योगेंद्र सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी हरमनी।
9- 38 वर्षीय सुरेंद्र सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय गोपाल सिंह निवासी हरमनी।
10- 26 वर्षीय विपिन पुत्र सोबत निवासी पाटोली, गोपेश्वर।
11- 38 वर्षीय मनोज कुमार निवासी हरमनी।
12- 33 वर्षीय सुखदेव पुत्र एलम दास ग्राम रंगतोली, चमोली।
13- प्रमोद कुमार पुत्र सुदामा लाल निवासी हरमनी।
14- 33 वर्षीय दीपू कुमार पुत्र महेंद्र लाल निवासी हरमनी।
15- 48 वर्षीय महेंद्र लाल निवासी हरमनी।
16- 27 वर्षीय गणेश पुत्र महेंद्र लाल निवासी हरमनी।
घटना में ये हुए घायल-
1- 32 वर्षीय महेश कुमार पुत्र रूपदास निवासी खौनुरी चमोली।
2- 35 वर्षीय नरेन्द्र लाल पुत्र असीम दास निवासी हरमनी।
3- 42 वर्षीय आनंद पुत्र गम्मालाल, पाटुली गोपेश्वर।
4- 41वर्षीय धीरेन्द्र पुत्र राजेन्द्र निवासी चमोली।
5- पवन राठौर पुत्र उदय सिंह निवासी चमोली।
6- 27 वर्षीय सुशील कुमार पुत्र सुदामा लाल निवासी हरमनी, चमोली।
7- 34 वर्षीय सन्दीप मेहरा पुत्र सुलोचन निवासी रुद्रप्रयाग।
8- 48 वर्षीय पीआरडी जवान रामचन्द्र पुत्र पुष्कर लाल निवासी खैनुरी, चमोली।
9- 27 वर्षीय सुशील खत्री पुत्र दौलत सिंह निवासी रांगतौली, चमोली।
10- 20 वर्षीय जयदीप पुत्र हरीश निवासी हरमनी चमोली।