नई दिल्ली। ऊषा इंटरनेशनल ने हाल ही में डिस्क ग्रांट प्रोग्राम लॉन्च किया है और यह पहल पूरे भारत में विश्वस्तरीय फ्लाइंग डिस्क प्रदान करेगी, ताकि अल्टीमेट खेल और उसके फायदों को बढ़ावा दिया जा सके। अल्टीमेट, जैसा कि आमतौर पर जाना जाता है, एक सेल्फ-रेफरीड, नॉन-कॉन्टैक्ट टीम स्पोर्ट है, जोकि भारत में मुख्यत: मिक्स्ड-जेंडर फॉर्मेट में खेला जाता है।

ऊषा इस खेल को लोकप्रिय बनाने और इसे देश के हर जिले, शहर तथा राज्य के बच्चों तक, खासकर कम सेवा-प्राप्त क्षेत्रों में ले जाने की कोशिश कर रही हैं। यह पहल ऊषा के व्यापक ‘प्ले’ के सपने के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य खेलों और गेम्स के माध्यम से समुदायों को सशक्त कर और सभी को शामिल करते हुए सक्रिय एवं स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है। कंपनी मिलकर काम करने और ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने के लिए भारत में सक्रिय रूप से भागीदारी चाह रही है, जहां डिस्क ग्रांट का बच्चों और युवाओं पर बदलाव लाने वाला असर पड़ सके।

शुरुआत के लिए पायलट प्रोग्राम का संचालन दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वाय-अल्टीमेट एनजीओ के साथ किया गया, जिसने चयन में परामर्शदाता का काम किया। इस पायलट के माध्यम से दिल्ली-एनसीआर में कमजोर सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमियों के बच्चों के लिए समर कैम्प्स रखे गये, जिनका लक्ष्य व्यक्तिगत विकास एवं जीवन के कौशल देना था। इन शिविरों में बच्चों और युवाओं ने डिस्क (या फ्रिस्बी) का इस्तेमाल कर खेले जाने वाले खेल की मुश्किलें समझीं और उन्हें बिना किसी हिंसा के विवाद को सुलझाने, आदरपूर्ण संवाद, स्व-विनियमन और लैंगिक संवेदना के सबक दिये गये।

इस पहल पर अपनी बात रखते हुए, ऊषा इंटरनेशनल में स्पोर्ट्स इनिशियेटिव्स एंड एसोसिएशंस की हेड कोमल मेहरा ने कहा, ”ऊषा में हमने समझा कि अच्छी गुणवत्ता की डिस्क्स की कमी इस अन्यथा सुलभ एवं समावेशी खेल की वृद्धि को बाधित कर रही थी, जोकि लिंग, वंश, जाति और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि की बाधाओं को तोड़ता है और इसलिए हमने डिस्क ग्रांट प्रोग्राम लॉन्च किया। हम इसे पूरे भारत में बढ़ाना चाहते हैं और उन हजारों युवाओं को प्रभावित तथा प्रेरित करना चाहते हैं, जिन्हें अल्टिमेट खेल को सीखने की गतिविधि में भाग लेने से शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक फायदा होगा।”

पायलट में डिस्क्राफ्ट, यूएसए द्वारा निर्मित प्रतियोगिता गुणवत्ता की 150 फ्लाइंग डिस्क्स का वितरण दरिया गंज, हाथी बस्ती, केशवपुरम, कीर्ति नगर, किशनगढ़, मयूर विहार, नोएडा, पुष्पविहार, संगम विहार, संजय कॉलोनी, शकूर बस्ती, सीमापुरी, सुल्तानपुरी और तुगलकाबाद में वाय-अल्टिमेट द्वारा आयोजित कैम्पों में किया गया, जिससे 700 बच्चों को फायदा हुआ।

ग्रांट के पहले लाभार्थी, वाय-अल्टीमेट के सह-संस्थापक बेनोय स्टीफन ने कहा, ”वाय-अल्टीमेट में हमारा मिशन अल्टीमेट फ्रिस्बी के मजेदार खेल के माध्यम से बच्चों, खासकर निम्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के बच्चों को को जीवन के कौशल के बारे में शिक्षा देना है। इस मिशन की शुरुआत में ऊषा का सहयोग मिलना सौभाग्य की बात है। हमारे द्वारा ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक पहुंचने और उन्हें अल्टीमेट फ्रिस्बी के खेल से विकसित करने की कोशिश में ऊषा प्ले का डिस्क ग्रांट प्रोग्राम हमें जरूरी उपकरण, यानि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाली डिस्क्स प्रदान करने के लिए एक बड़ा सहयोग है। हम इस भागीदारी को पूरे भारत में इस खेल के फायदों को ले जाने की दिशा में शुरुआती कदम के तौर पर देख रहे हैं।”

ऊषा देश में खेलों की समावेशी पहलों की एक बड़ी शृंखला को सहयोग और बढ़ावा देती हैं। इनमें मुंबई इंडियन्स फ्रैंचाइजी, अल्टिमेट फ्लाइंग डिस्क, गोल्फ, दिव्यांगों के लिए क्रिकेट, दृष्टिबाधितों के लिए खेल (एथलेटिक्स, कबड्डी, जूडो और पावरलिफ्टिंग) और भारत के घरेलू खेलों, जैसे कि कलारी, मल्लखम्ब, सियातखनाम, थांग-टा, साज़-लोउंग, सतोलिया (लोकप्रिय नाम पिठू), आदि के साथ भागीदारी शामिल है।

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