पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शरद पवार की पार्टी एनसीपी और इससे पहले शिवसेना में विद्रोह को इन दलों की आंतरिक खींचतान का परिणाम बताया और कहा कि इसमें न भाजपा की कोई भूमिका है, न हम किसी दल में तोड़-फोड़ की राजनीति करते हैं।

सुशील मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि एनसीपी में जो हुआ, उसकी बड़ी वजह चाचा-भतीजा के बीच वर्चस्व की लड़ाई और पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल की उपेक्षा हो सकती है। उन्होंने कहा कि बिहार में यदि नीतीश कुमार के पलटी मारने और राहुल गांधी-तेजस्वी यादव को नेता मानने जैसे फैसलों से जदयू के सांसदों-विधायकों में असंतोष है, तो क्या इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है?

उन्होंने कहा कि खुद शरद पवार ने विदेशी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस को तोड़कर एनसीपी बनायी थी। आज यही उनके साथ हो रहा है। जिस लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने बारी-बारी से सभी दलों को तोड़ा, वे आज एनसीपी के लिए नहीं, अपना भविष्य देख कर विलाप कर रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद ही लालू भाजपा को तोड़ने में लग गए थे, लेकिन सफल नहीं हुए। उनका फोन कॉल लीक हुआ था। आज वे तोड़-फोड़ की राजनीति पर ज्ञान दे रहे हैं। भाजपा तोड़-फोड़ में नहीं, जनता के फैसले पर भरोसा करती है।

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