रांची। झारखंड के जेलों में 70 फीसदी यानि 12397 कैदी ऐसे हैं, जो अंडरट्रायल हैं यानी जिनका मुकदमा चल रहा है। केवल 30 फीसदी कैदियों को सजा मिली है, यानी वे कनविक्टेड इनमेट्स हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। झारखंड में कुल 31 जेल हैं, जिनमें सेंट्रल जेल, 16 डिस्ट्रिक्ट जेल, हजारीबाग में एक ओपन जेल और सात सब-जेल हैं। इन जेलों में कुल 17718 कैदी बंद हैं। इनमें से 12397 अंडर ट्रायल और 5321 सजायाफ्ता कैदी बंद हैं।

झारखंड में 856 महिलाएं बंदी जेल में, एक भी महिला जेल नहीं
झारखंड में अब तक महिला कैदियों के लिए अलग से जेल नहीं बनाया गया है, जबकि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल, बिहार में महिलाओं के लिए अलग से जेल है। झारखंड में कुल 868 महिला कैदी हैं। तमिलनाडु जैसे राज्य में 13 महिला जेल हैं, जिसमें 790 महिला कैदी को रखा गया है। केरल के चार महिला जेलों में 186 महिला बंदी हैं। राजस्थान में सात महिला जेल में 688 महिला बंदी हैं। बिहार में 2890 महिलाएं जेल में बंद हैं। बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, गुजरात जैसे राज्य में दो-दो महिला जेल हैं।

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