नारायणपुर। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर जवानों और नक्सलियों के बीच अबूझमाड़ के जंगल में मंगलवार सुबह हुई शुरू हुई मुठभेड़ देर शाम तक जारी रही। पूरी रात जवान जंगल में ही मौजूद रहे और बुधवार सुबह से सर्चिंग की गई। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इस मुठभेड़ में 5 नक्सलियों को मारे जाने की पुष्टि की है। मौके से मारे गये नक्सलियों के हथियार एवं नक्सल सामग्री भी बरामद की गई है।

आईजी ने मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की भी संभावना जताई है। 5 नक्सलियों के मारे जाने की पुुष्टि करते हुए उन्होंने बतााया कि मुठभेड़ में शामिल सभी जवान सुरक्षित हैं। आज जवानों की वापसी के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एक संयुक्त अभियान में डीआरजी, एसटीएफ, बीएसएफ एवं आईटीबीपी के हजारों जवान 30 जून को रवाना होकर नक्सलियों के कोर इलाके अबूझमाड़ के जंगल में पहुंचे। मंगलवार सुबह नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। इसके बाद से ही दोनों ओर से देर शाम तक चली मुठभेड़ के बाद फायरिंग बंद हो गई। पूरी रात जवान जंगल में ही मौजूद रहे और बुधवार सुबह से सर्चिंग शुरू की गई। इस दौरान जवानों को 5 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं।

इससे पूर्व 2 जुलाई को छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा पर नारायणपुर के अबूझमाड़ के कुतुल इलाके में हुई मुठभेड़ में जवानों ने 8 नक्सलियों को ढेर कर दिया था। इस मुठभेड़ में एसटीएफ के एक जवान नितिश एक्का शहीद हो गए थे। मंगलवार को हुई मुठभेड़ के साथ ही छत्तीसगढ़ में जनवरी से अब तक अलग-अलग मुठभेड़ में 138 नक्सली मारे जा चुके हैं। नारायणपुर सहित सात जिलों वाले बस्तर संभाग में 136 नक्सली मारे गए हैं, जबकि रायपुर संभाग के अंतर्गत धमतरी जिले में दो अन्य मारे गए हैं।

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