पूर्व अमीन ने उच्चाधिकारियों से लगायी गुहार

 गढ़वा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के एक इंस्पेक्टर पर गढ़वा प्रखंड में तैनात पूर्व अमीन ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। कृष्णा मिस्त्री ने एसीबी के जिस इंस्पेक्टर पर आरोप लगाया है, उसका नाम रवि प्रकाश है और वह डालटनगंज में तैनात हैं। रवि प्रकाश ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
क्या है आरोप : कृष्णा मिस्त्री ने उच्चाधिकारियों को भेजी अपनी शिकायत में कहा है कि वह एक आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से संविदा पर अमीन के पद पर नियुक्त किये गये थे और गढ़वा प्रखंड में तैनात थे। 27 जून को उन्हें उनके मोबाइल पर 7870809153 से फोन आया। जब तक वह फोन उठाते, कनेक्शन कट गया। वापस कॉल करने पर उन्हें जवाब मिला कि यह एसीबी के अधिकारी का फोन है। उस व्यक्ति ने कृष्णा को अगले दिन डालटनगंज आकर मिलने को कहा। इस बीच ट्रू कॉलर पर उस नंबर की जांच करने पर पता चला कि वह नंबर किसी रवि प्रकाश का है, जो एसीबी, डालटनगंज में इंस्पेक्टर है।
अगले दिन कृष्णा अपने पुत्र के साथ डालटनगंज गये। फोन पर ही उस व्यक्ति ने कोयल नदी के पुल के पास ही रुकने की बात उनसे कही। इसके थोड़ी देर बाद वह व्यक्ति वहां पहुंचा और कृष्णा को अपनी गाड़ी में बैठा लिया। वहां से थोड़ा आगे ले जाकर उसने रिश्वत की मांग की। इस दौरान उनका बेटा कोयल नदी के पुल के पास ही उनका इंतजार करता रहा। कृष्णा को बताया गया कि उनके विरुद्ध कई लोगों ने शिकायत की है। यदि वह जेल जाने से बचना चाहते हैं, तो एक लाख रुपये दें। जब कृष्णा ने आरोपों से इनकार किया, तो उस व्यक्ति ने कहा कि उसने चिनियां, नावा और लातेहार में कई लोगों को ट्रैप कर जेल भिजवाया है। उन लोगों ने भी आरोपों से इनकार किया था और फोन का जवाब नहीं दिया था। उस व्यक्ति ने धमकी दी कि सोमवार एक जुलाई तक कम से कम 90 हजार रुपये नहीं देने पर जेल भेज दिया जायेगा।
इसके बाद एक जुलाई को कृष्णा के मोबाइल पर उसी नंबर से कॉल आया, लेकिन वह कॉल नहीं उठा सके। इसके बाद चार जुलाई को फिर से कई बार कॉल कर धमकी दी गयी। इस बीच कृष्णा इतने डर गये कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन फोन आने का सिलसिला जारी रहा। अंतत: पांच जुलाई को उन्होंने एसीबी के मुख्यालय के अलावा डीआइजी और एसपी को पत्र और इ-मेल से पूरे मामले की जानकारी दी है।

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