-दुमका को जल्द बड़ी सौगात, हर खेत को पानी देने की तैयारी
दुमका। पथ निर्माण मंत्री बसंत सोरेन ने दुमका में संथाल परगना के सभी जिलों में चल रही विकास योजानाओं की समीक्षा पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग और जल संसाधन विभाग में चल रही योजनाओं को लेकर कई निर्देश दिये। समीक्षा बैठक के बाद पथ निर्माण मंत्री बसंत सोरेन ने कहा कि तीनों विभाग अपने कार्यों को लेकर संजीदा हैं और काफी सारी चीजें हैं, जिसको विभाग बहुत बारीकी से देख रहा है, बहुत सजगता से उस पर काम कर रहा है, आप देखेंगे कि आने वाले दिनों में इसका असर बहुत अच्छा होगा। यहां की सड़कें और बेहतर होंगी।

जल संसाधन विभाग ने हर खेत को पानी देने की स्कीम तैयार की है। खेतों तक जल पहुंचाने की जो योजना है। उसको लेकर विभाग लगातार उस पर काम कर रहा है। आप देखेंगे बहुत जल्द खेतों में पानी का संचार बहुत अच्छा होगा।

मिनी सचिवालय जल्द बनेगा
उन्होंने ने कहा कि दुमका में मिनी सचिवालय को लेकर मैं शुरू से ही बहुत संजीदा रहा हूं। मैंने भवन निर्माण विभाग को निर्देश दिये हैं कि जगह चिह्नित करके जल्द से जल्द मिनी सचिवालय की आधारशिला रखें। जो योजनाएं चल रही है, सर्वप्रथम तो उन्हीं चीजों का मैंने आज रिव्यू किया है। पुरानी ही सौगात इतनी बड़ी है कि उस पर ध्यान देना जरूरी है।

बारिश की वजह से अगर कहीं कोई घटना हुई है, तो उस काम की गुणवत्ता पर सवाल उठाना गलत होगा। वहां काम अभी शुरू ही हुआ था और भारी बारिश की वजह से ये घटना हुई है। दुमका को नयी सौगात देने जा रहे हैं, उसका जिक्र अभी नहीं करेंगे, लेकिन दुमका वासियों के लिए वह अच्छी सौगात है।

पथ निर्माण मंत्री बसंत सोरेन ने विभाग के अधिकारियों को पूरे राज्य में सड़क का घनत्व बढ़ाने पर कार्य करने का निर्देश दिया है। बसंत सोरेन ने स्पष्ट किया है कि सड़क घनत्व विकसित राज्यों के समकक्ष होना चाहिए। दुमका में पथ निर्माण सचिव सहित विभाग के अभियंता प्रमुख, मुख्य अभियंता और वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं। मंत्री ने योजनाओं की गुणवत्ता को उच्च स्तर पर बनाये रखने को कहा है। योजनाएं समय पर पूरी हों, इसके लिए विस्तृत टाइम लाइन बनाने को भी कहा गया है। विभागीय मंत्री ने जल्द ही सड़क-पुल और फ्लाई ओवर निर्माण की नयी परियोजनाओं को धरातल पर लाने का काम करने को कहा। लंबित योजनाओं को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है।

यह भी निर्देश
योजनाओं की स्वीकृति से कार्य प्रारंभ होने की अवधि को न्यूनतम करें।
बजट को त्रैमासिक आधार पर 100 प्रतिशत खर्च करना सुनिश्चित करना।
आवंटित बजट को वित्तीय वर्ष पूर्ण होने के एक माह पहले ही 100 प्रतिशत खर्च करें।
कार्य प्रणाली में समय और गति पर फोकस करें।
सिस्टम को मजबूत, ट्रांसपैरेंट और टाइम एंड रिजल्ट वाला बनायें।
कार्य होने पर समय पर भुगतान सुनिश्चित करें, ताकि एजेंसिया उत्साहित होकर कार्य करें।

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