-घटना में संलिप्त पदाधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग
रांची। झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी की अध्यक्षता में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल 17 जुलाई को बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के महूदी में जिला प्रशासन और हिंदुओं के बीच हुई झड़प की घटना की जांच करने पहुंचा था। घटना की जांच के बाद प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के डीजीपी से मुलाकात कर उन्हें अपनी रिपोर्ट सौंपी है। डीजीपी से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने बताया कि महूदी गांव में पिछले 40 वर्षों से रामनवमी का जुलूस निकालने नहीं दिया गया है।

इस मामले में वर्ष 2019 में उपायुक्त की अध्यक्षता में हिंदुओं एवं मुस्लिमों के साथ हुई वार्ता में रामनवमी झंडा के जुलूस के बदले तिरंगा झंडा निकालने पर सहमति बनी, वहीं इस बात का आश्वासन भी दिया गया कि अगले वर्ष से रामनवमी का जुलूस निकालने की अनुमति दे दी जायेगी। लेकिन कोविड के कारण जुलूस नहीं निकाला गया। उसके बाद से जब भी हिंदुओं ने रामनवमी का जुलूस निकालने का लाइसेंस मांगा, तो जिला प्रशासन की तरफ से टाला गया। इस वर्ष भी महावीर झंडा हिंदुओं के द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया, लेकिन झंडा वापसी के समय जिला के सीओ, एसडीपीओ एवं एसडीएम ने झंडा को वापस नहीं जाने दिया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। महावीरी झंडा की वापसी के लिए ग्रामीण शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे। इसी दौरान जिला प्रशासन ने मुहर्रम जुलूस को हिंदू क्षेत्र से पार कराने के लिए धरना दे रहे हिंदुओं पर लाठी चार्ज किया, जिससे कई ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गये। साथ ही कई बेकसूर हिंदुओं के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया और गिरफ्तारी की गयी। उन्होंने कहा कि जो काम आज तक के इतिहास में मुगल और अंग्रेजों ने नहीं किया, वो आज जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार ने कर दिया है। भारत आजाद है और यहां हर किसी को अपने अनुसार जीने का अधिकार है। राज्य सरकार की यह तुष्टीकरण की राजनीति चलने नहीं दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जब से झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस और राजद की सरकार आयी है, तब से एक विशेष समुदाय को अपने राजनीतिक हित साधने के लिए और वोट की राजनीति करने के लिए तुष्टीकरण कर रही है, जिसका दुष्परिणाम यह है कि राज्य की शांति व्यवस्था और आम लोगों के जान माल का नुकसान हो रहा है। वहीं हजारीबाग सांसद मनीष जयसवाल ने कहा कि हजारीबाग के कई क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय के द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि यज्ञ यात्रा के दौरान मुसलमानों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। उनके साथ मारपीट की। इस मामले पर एफआइआर भी दर्ज की गयी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक राजनीतिक जुलूस पर भी मुसलमानों के द्वारा हमला किया गया, लेकिन उस पर भी आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल की मांग है कि महूदी के हिंदू पक्ष को रामनवमी का जुलूस निकालने का लाइसेंस अविलंब दिया जाये। महूदी घटना में संलिप्त सीओ, एसडीपीओ, एसडीएम को अविलंब बर्खास्त किया जाये। आंदोलन के क्रम में हुए मुकदमों को वापस लिया जाये। पाकुड़ के तारानगर, इलाही बस्ती में विशेष समुदाय द्वारा हिंदुओं के घर में तोड़ फोड़ की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये। पाकुड़ जिला के गोपीनाथपुर गांव में हुई घटना में सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये। फिलिस्तीन झंडा दिखाने वालों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित हो। प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, हजारीबाग सांसद मनीष जयसवाल, भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, राजमहल विधायक अनंत ओझा, जमुआ विधायक केदार हाजरा, हटिया विधायक नवीन जयसवाल, डाल्टनगंज विधायक आलोक चौरसिया सिमरिया विधायक किशुन दास उपस्थित थे।

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