कुशीनगर। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में वन विभाग ने बटरफ्लाई पार्क (तितली उद्यान) विकसित करने की योजना बनाई है। इसके लिए कुलकुला जंगल का चयन किया गया है। शासन ने इसके लिए प्रस्ताव मांगा है। वन विभाग योजना तैयार करने में जुट गया है। पार्क के विकसित हो जाने पर यह भी कुशीनगर आने वाले भारतीय व विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का एक महत्वपूर्ण केंद्र हो जाएगा।

सामाजिक वानिकी प्रभाग कसया रेंज के अंतर्गत कुलकुला जंगल में विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे हैं जो तितलियों के लिए उपयुक्त है। यहां तितलियों की कई प्रजातियां मौजूद हैं। वन विभाग ने कुलकुला में तितलियों की कुछ और प्रजातियों को लाकर तितली पार्क विकसित करने की योजना बनाई है। कुलकुला भगवान बुद्ध से सम्बंधित प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है। यहां हिरण्यवती, ककुत्था व सोनरा नदी का संगम है। 250 एकड़ के वन क्षेत्र में लंगूर, मोर, साही आदि वन्य जीव भी काफी संख्या में रहते हैं।

विश्व में तितलियों की दो हजार प्रजाति
विश्व में तितलियों की लगभग दो हजार प्रजातियां हैं। भारत में एक हजार पांच सौ से एक हजार सात सौ प्रजातियां पाई जाती हैं। अधिकांश प्रजातियों की औसत आयु 30 दिन होती है। कुछ प्रजाति की तितलियां छह से सात दिन तक ही जीवित रहती हैं।

क्षेत्रीय वन अधिकारी जयंत सिंह राणा ने बताया कि कुलकुला जंगल में तितलियों के लिए उपयुक्त विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे और तितलियों की अनेक प्रजातियां मौजूद हैं। यहां तितलियों की कुछ और प्रजाति बढ़ाकर पार्क विकसित करने की योजना बनाने का निर्देश है। अनुमोदन व बजट की मंजूरी के बाद आगे की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।

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