-इडी की छापेमारी के बाद सीओ ने 21 जून की रात एनआइसी में जाकर 17 एंट्री को किया डिलीट
रांची। कांके अंचल में रांची का अबतक का सबसे बड़ा जमीन घोटाला सामने आ रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अनुसार कांके अंचल में 700 एकड़ से अधिक जमीन की हेराफेरी हुई है। इसमें जमीन माफिया कमलेश कुमार और उसके सहयोगियों का हाथ है। इडी की टीम ने 10 जून को कांके अंचल ऑफिस में छापेमारी की थी। कई जमीन के दस्तावेज जब्त किये थे। दस्तावेजों के आधार पर इडी की टीम गुरुवार को नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (एनआइसी) पहुंची।

जांच में खुलासा हुआ कि कांके के सीओ जय कुमार राम ने एनआइसी में बड़ी हेराफेरी की है। उसने कांके अंचल के 20 जमीन के रेकर्ड में छेड़छाड़ की थी। जिन दिन (21 जून) जमीन दलाल कमलेश कुमार के ठिकानों इडी की छापेमारी हुई, उसी दिन सीओ जय कुमार राम ने एनआइसी में हेराफेरी की 17 एंट्री को डिलीट करदिया। 9 जुलाई को दोबारा वे एनआइसी गये और तीन एंट्री को डिलीट किया। इडी की टीम ने गुरुवार को पूरे दिन सीओ जय कुमार राम से पूछताछ की। लेकिन, जय कुमार ने जवाब नहीं दिया। इडी उसे गिरफ्तार कर सकती है।

फरार कमलेश पर 50 से अधिक ग्रामीणों ने दर्ज करायी जमीन पर कब्जे की शिकायत
इडी ने 10 जून को कांके अंचल में वहां के ग्रामीणों से पूछताछ की थी। इस दौरान 50 से अधिक ग्रामीणों ने कमलेश के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी। ग्रामीणों ने बताया है कि उनकी जमीनों को कमलेश और उसके गिरोह ने कब्जा कर लिया है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच दिया है। बता दें कि इडी ने कार्रवाई के दौरान अंचल के सीओ जय कुमार राम और सीआई चितरंजन टुडू का मोबाइल जब्त कर लिया था। गुरुवार को भी इडी की एक टीम अंचल कार्यालय पहुंची हुई थी। इडी की टीम ने ग्रामीणों से मिली शिकायतों के आधार पर उक्त जमीन के संबंध में कागजातों की जांच की। ताकि आगे की कार्रवाई हो सके।

अफसर अली से बड़ा जमीन माफिया निकला कमलेश
इडी को जानकारी मिली है कि कमलेश कुमार 14 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार अफसर अली उर्फ अफ्सू खान से बड़ा जमीन माफिया है। इडी ने पिछले साल 14 अप्रैल को सेना के कब्जे वाली जमीन मामले में छापेमारी की थी। जिसके बाद बड़गांई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानू प्रताप प्रसाद सहित जमीन माफिया अफसर अली, इम्तियाज अहमद व उसके सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। छानबीन में बड़ी संख्या में जमीन के फर्जी डीड हाथ लगे थे।

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