रांची। झारखंड के पांच हजार से अधिक मनरेगा कर्मी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। सेवा स्थायीकरण और सामाजिक सुरक्षा की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे मनरेगा कर्मियों की हड़ताल पर चले जाने से मनरेगा का कामकाज प्रभावित हो गया। राज्य के रोजगार सेवक, कंप्यूटर आॅपरेटर, इंजीनियर, बीपीओ की हड़ताल से मनरेगा अंतर्गत बिरसा सिचाई संवर्धन कूप, बिरसा हरित आम बागवानी, अबुआ आवास, वीर पोटो हो खेल मैदान सहित महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित होने की आशंका है। इस हड़ताल से मजदूरों का मजदूरी भुगतान भी प्रभावित होगा।
झारखण्ड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ अपने प्रस्तावित आंदोलन वादा निभाओ, स्थायी करो कार्यक्रम 18 जुलाई से 20 जुलाई तक चलाया। इस दौरान राजभवन के समक्ष प्रदर्शन, सांकेतिक हड़ताल भी किया गया। प्रदेश अध्यक्ष जॉन बागे ने कहा कि अब सब्र का बांध टूट गया है। ऐसे में राज्यभर के मनेरगा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे।