काठमांडू। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की कैबिनेट के सामान्य प्रशासन तथा संघीय मामलों के मंत्री राजकुमार गुप्ता पर 78 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगा है। मंत्री के साथ एक महिला तथा एक पुरुष के बीच बातचीत का ऑडियो इस समय विभिन्न सोशल मीडिया तथा ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर वायरल हो रहा है। नेपाल के एंटी करप्शन ब्यूरो ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
ऑडियो में एक सरकारी नियुक्ति और एक ट्रांसफर रुकवाने के बदले 78 लख रुपये रिश्वत मांगने का जिक्र सुनाई दे रहा है। करीब 10 मिनट के इस हालांकि, ऑडियो की सत्यता अभी जांची नहीं गई है, लेकिन इसमें मंत्री राजकुमार गुप्ता की ओर से जिला भूमि आयोग के अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति करने के लिए 25 लाख रुपये मांगने की बात सामने आ रही है। इसी तरह सामान्य प्रशासन मंत्रालय के एक प्रदेश स्तर के सरकारी कर्मचारी का ट्रांसफर रुकवाने के लिए 53 लाख रुपये रिश्वत मांगने की बात भी इस वायरल ऑडियो में सुनी जा सकती है। एंटी करप्शन ब्यूरो के आयुक्त जयबहादुर चंद्र ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो की लिखित शिकायत ब्यूरो को मिली है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है और उस कथित ऑडियो को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है।
ऑडियो वायरल होने के बाद विपक्षी पार्टियों सहित सत्तारूढ़ दल के नेता भी सामान्य प्रशासन मंत्री राजकुमार गुप्ता के इस्तीफा की मांग कर रहे हैं। विपक्षी दल माओवादी के प्रवक्ता अग्नि सापकोटा ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी राजकुमार गुप्ता को बर्खास्त किए जाने की मांग की है। सापकोटा ने कहा है कि वायरल ऑडियो में राजकुमार गुप्ता की आवाज स्पष्ट है और रिश्वत लेने की बात सामने आने पर यदि मंत्री अपना इस्तीफा नहीं दे रहे हैं तो प्रधानमंत्री को उन्हें तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए। इसी तरह सत्तारूढ़ दल नेपाली कांग्रेस ने भी सामान्य प्रशासन मंत्री राजकुमार गुप्ता और पार्टी के कई नेताओं ने अलग-अलग बयान देकर नैतिकता के आधार पर राजकुमार गुप्ता से इस्तीफा देने की मांग की है।