मुंबई। अमिताभ बच्चन की आइकोनिक फिल्म ‘डॉन’ के निर्देशक चंद्रा बारोट का रविवार सुबह 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह पिछले सात वर्षों से पल्मोनरी फाइब्रोसिस नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। फिल्मी हस्तियों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया के ज़रिए उन्हें श्रद्धांजलि देने वालाें का तांता लगा है। उनके निधन की पुष्टि उनकी पत्नी ने की है।
जानकारी के अनुसार प्रसिद्ध निर्देशक चंद्रा बारोट का इलाज मुंबई के बांद्रा स्थित गुरु नानक अस्पताल में चल रहा था। इससे पहले उन्हें जसलोक अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। वह पिछले 6-7 वर्षों से फेफड़ों की गंभीर समस्याओं से जूझ रहे थे। बढ़ती उम्र के साथ आई शारीरिक परेशानियों ने उन्हें काफी कमजोर कर दिया था। रविवार सुबह उनका निधन हाे गया।
बाराेटा के निधन की खबर से फिल्म जगत में शाेक की लहर है। फरहान अख्तर ने बाराेट के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर चंद्रा बारोट की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “यह जानकर बेहद दुख हुआ कि ‘डॉन’ के मूल निर्देशक अब हमारे बीच नहीं रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।” चंद्रा बारोट का जाना हिंदी सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है।
उल्लेखनीय है कि ‘डॉन’ जैसी कालजयी फिल्म देने वाले चंद्रा बारोट ने अपने करियर में कई यादगार फिल्मों में बतौर सहायक निर्देशक योगदान भी दिया। उन्होंने मनोज कुमार की फिल्म ‘पूरब और पश्चिम’ के साथ-साथ ‘यादगार’ और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ जैसी सामाजिक फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा दिखाई। इसके अलावा चंद्रा बारोट ने बंगाली सिनेमा में भी निर्देशन की पारी आजमाई थी, लेकिन जब भी उनसे उनके करियर की पहचान के बारे में पूछा जाता, तो वह बड़े गर्व से कहते थे, “लोग मुझे हमेशा ‘डॉन’ के लिए याद रखेंगे।” उनका ये यकीन अब एक हकीकत बन गया है।