बवासीर का इलाज करा रहा था कुख्यात चंदन, घुस कर मार दी गोली
शूटआउट इन पारस अस्पताल, प्लानिंग, मर्डर और जश्न का अनोखा खेल
बिहार की राजधानी पटना में एक सनसनीखेज हत्याकांड हुआ। इस हत्याकांड का जब सीसीटीवी फुटेज सामने आया, तो लगा कि कोई फिल्म का सीन चल रहा हो। लेकिन जब असलियत पता चली तो बिहार में लॉ एंड आर्डर का चेहरा बेनकाब हो गया। लोग सीसीटीवी फुटेज देख सिहर गये कि अस्पताल में ऐसा भी हो सकता है। वह भी पारस अस्पताल में। पांच शूटरों ने पारस अस्पताल में कुख्यात चंदन मिश्रा की हत्या कर दी। बिहार की राजधानी पटना में यह पहली घटना थी, जब बेखौफ अपराधी अपना चेहरा दिखाते हुए बड़े आराम से एक बड़े अस्पताल के अंदर घुसकर इलाजरत मरीज की हत्या की। चंदन मिश्रा जेल से पैरोल पर निकला था। घटना को अंजाम देने के बाद छह अपराधी दो बाइक पर सवार होकर खुशी का इजहार करते हुए आराम से फरार हो गये। तस्वीर में ऐसा दिख रहा है, मानो उन्होंने कोई जंग जीती हो। यह घटनास्थल पुलिस मुख्यालय से लगभग उतना ही करीब है, जितना पटना हवाई अड्डा से। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी पहुंची और फिर जांच-पड़ताल, पूछताछ और एफएसएल टीम के द्वारा जांच किये जाने के पूरे तामझाम किये गये। रात तक यह भी स्पष्ट हो गया कि इस को अंजाम देने वाला शख्स कौन है। वह शख्स खुद को ‘बादशाह’ कहलाने पर गर्व महसूस करता है और शायद इसी वजह से उसने जानबूझकर अपने चेहरे को दिखाते हुए इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया। बिहार में चल रहे ‘मर्डर-मर्डर’ के खेल को खंगाल रहे आजाद सिपाही के विशेष संवाददाता राकेश सिंह।

कुख्यात चंदन मिश्रा हत्याकांड के तीन सीसीटीवी वीडियो सामने आये हैं। वीडियो से पता चलता है कि तौसीफ नाम के एक शख्स ने अपने गैंग के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। यह गैंगवार का मामला है। सीसीटीवी में दिख रहा है कि तौसीफ और उसका गैंग अस्पताल के बाहर प्लानिंग कर रहे थे। फिर वे बेखौफ अस्पताल के अंदर घुसे और चंदन मिश्रा को गोलियों से भून डाला। वारदात के बाद शूटर विक्ट्री साइन दिखाते हुए फरार हो गये। घटना के कुछ घंटों के अंदर पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा हत्या कांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया है, जिसमें यह दिख रहा है कि पांच अपराधी बड़े आराम से पारस अस्पताल के अंदर कमरे में प्रवेश करते हैं और फिर फायरिंग कर बाहर निकल गये। साथ ही उनके जाने का भी सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें दो बाइक पर तीन-तीन अपराधी हथियार लहराते हुए दिख रहे हैं। घटना करने के बाद ये 6 अपराधी पारस अस्पताल से सटी गली से निकलते हुए बड़े आराम से अपने गंतव्य की ओर निकल गये। अपराधी जिस रास्ते से फरार हुए, वह रास्ता भी सीसीटीवी में कैद हो चुका है। सीसीटीवी के तहत अपराधी समनपुरा मस्जिद होते हुए दीघा से आशियाना रोड और फिर फुलवारी गुमटी पार करते हुए फरार हो गये। इस घटना ने बिहार पुलिस को यह बताया कि अपराधी कितने बेखौफ हैं कि उन्हें पहचान लिये जाने का भी भय नहीं था। उनके दिलों में पुलिस का भय रत्ती भर भी नहीं है।

कंधा से लेकर पैर तक लगी थी 32 गोलियां
घटनास्थल तक पुलिस के अलावा कोई और नहीं पहुंच पाया, इसलिए गोलियों की संख्या स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। शुरूआती समय में यह कहा जा रहा था कि अपराधियों ने उन्हें चार गोलियां मारी हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और है। चंदन मिश्रा को चार नहीं करीब 36 गोलियां मारी थीं। कंधा से लेकर पैर तक कुल 32 गोलियां लगी थीं। अपराधियों ने फिल्मी स्टाइल में कंधे से लेकर पैर तक कोई ऐसी जगह नहीं छोड़ी थी, जहां गोलियां नहीं मारी।

बिहार में आपराधिक घटनाएं बढ़ीं
दरअसल, बिहार में पिछले कुछ दिनों से लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही। पटना में बिजनेसमैन गोपाल खेमका का मर्डर हुआ, फिर सीतामढ़ी में प्रॉपर्टी डीलर पुट्टू खान की उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गयी। फिर गुरुवार को पटना के हाइ प्रोफाइल पारस अस्पताल में बेखौफ बदमाशों ने कुख्यात चंदन मिश्रा को गोली मार दी। चंदन मिश्रा बक्सर का रहने वाला था और 36 साल की उम्र में उस पर 10 से ज्यादा मर्डर के साथ 24 मामले दर्ज है। पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा बवासीर का इलाज करा रहा था।

पुलिस ने अपराधियों के करीब पहुंचने का किया दावा
इस मामले पर पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने भी माना कि यह हत्याकांड पूरी तरह सुनियोजित थी, इसलिए उन्होंने यह कहा कि इस मामले में बाहरी और आंतरिक (अस्पताल से जुड़े) लोगों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। उन्होंने तो हत्यारों तक बहुत जल्द पहुंच जाने का भी दावा किया, लेकिन सार्वजनिक रूप से पुलिस के हाथ अब तक खाली दिख रहे हैं। हालांकि पटना एसएसपी ने यह कहा कि हमने तकनीकी और मानव खुफिया स्रोतों से जो सुराग इकट्ठा किये हैं, उनके आधार पर हम बहुत जल्द हत्यारों तक पहुंचने वाले हैं। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में उस शख्स को हिरासत में लिया है, जो लोगों के द्वारा बादशाह कहने पर खुश होता है।

तौसीफ बादशाह ने इस गैंगवार की साजिश रची थी
पुलिस के अनुसार, तौसीफ बादशाह ने इस गैंगवार की साजिश रची थी। वो पहले भी कई मामलों में आरोपी रह चुका है। तौसीफ को अस्पताल की पूरी जानकारी थी। उसका एक करीबी वहां इलाज के लिए भर्ती था। सीसीटीवी दिखता है कि शूटर इमरजेंसी और ओपीडी गेट से होते हुए सीधे कमरा नंबर 209 में पहुंचे, जहां चंदन मिश्रा भर्ती था। कमरे में अंदर से लॉक करने की सुविधा नहीं थी। शूटरों ने इसका फायदा उठाया और चंदन की हत्या कर दी। सीसीटीवी के तीसरे वीडियो में आरोपी अस्पताल से बाहर निकलते हुए विक्ट्री साइन दिखा रहे हैं। फिर वे बाइक पर पिस्टल लहराते हुए फरार हो गये। इस गोलीबारी में चंदन का अटेंडेंट दुर्गेश पाठक भी घायल हो गया। दुर्गेश पाठक ने भी एफआइआर दर्ज करायी है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआइआर दर्ज की हैं। पहली एफआइआर चंदन मिश्रा के परिजनों ने दर्ज करवाई है। दूसरी एफआइआर दुर्गेश पाठक ने दर्ज करवाई है। पुलिस का कहना है कि यह मामला गैंगवार से जुड़ा है। तौसीफ ने हाल ही में पटना में अपना गैंग बनाया है। पहले बक्सर में चंदन और शेरू गैंग का दबदबा था। पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।

अपराध के रास्ते राजनीति की गली
बिहार में पोस्टर वायरल हो रहा है, जिसमें सीसीटीवी में दिखने वाला शख्स पोस्टर में दिख रहा है। यह फुलवारी शरीफ का रहने वाला शिक्षिका का पुत्र तौसिफ खान है। पशुपति कुमार पारस की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (राष्ट्रीय) में तौसिफ की तस्वीर के दो मतलब हो सकते हैं। यह या तो पशुपति कुमार पारस की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में शामिल हो चुका था या फिर शामिल होने वाला था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन पोस्टर में दिख रही तस्वीर यह जरूर बता रही है कि तौसिफ खान भी अपराध की दुनिया से गुजरते हुए अब राजनीति में भी कदम रखने वाला था।

अपराधियों का राज बा: आरजेडी
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोतिहारी दौरे के बीच, राष्ट्रीय जनता दल ने राजधानी पटना में जगह-जगह पोस्टर लगाकर एनडीए नेताओं को निशाने पर लिया है। बिहार में पोस्टर के जरिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार तेज हो रहा है। आरजेडी की ओर से शुक्रवार को लगाये गये इन पोस्टरों में बिहार में बढ़ते अपराध पर सवाल उठाये गये हैं। गुरुवार को पारस अस्पताल में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी और हत्या जैसी घटनाओं का जिक्र कर राज्य की कानून-व्यवस्था पर तंज कसा गया है।

 

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