खूंटी। खूंटी जिले में पिछले डेढ़ महीने से हो रही लगातार और मूसलाधार पानी अब लोगों के लिए जंजाल बनती जा रही है। भारी बारिश के कारण पूरे जिले में सैकडों कच्चे मकान ध्वस्त हो गए, वहीं दूसरी ओर घरों में बरसात का पानी घुस जाने से कई परिवारों को घर छोड़कर दूसरे के घरों में सहारा लेना पड़ रहा है। गांवों की कई सड़के तालाब बन गई हैं। लोग मोटर पंप से पानी निकाल रहे हैं। जगह-जगह जल जमाव होने से कई तरह की बीमरियों के फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है।

ऐसा ही नाजारा मंगलवार को तोरपा प्रखंड के अम्मा पकना गांप में देखने को मिला, जहां लगातार हो रही बारिश से गांव के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। अम्मा पकना गांव की पुनिया देवी सहित कई लोगों के घर गिर गये हैं। गांव के जागरूक किसान और भाजपा नेता रामानंद साहू कहते हैं कि ऐसी विनाशकारी बारिश उन्होंने कभी नहीं देखी थी। उन्होंने कहा कि बारिश से खेती तो चौपट हो ही गई, अब गरीब लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। घर-आंगन सभी जगह पानी भरा हुआ है। जगह-जगह जल जमाव होने के कारण पैदल चलना मुश्किल है। अम्मा पकना निवासी इंद्रनाथ सिंह, तुना सिंह, कुम्भकरण सिंह, मुनु साहू, कृष्णा साहू, सनोज साहू, पुनिया देवी, बिरसमानी देवी, हरिप्रसाद साहू, रमेश भगत, ज्योति गुप्ता, ब्रजेश गुप्ता सहित अन्य लोगों के घरो ंमें बरसात का पानी घुस गया है। रमेश भगत का गाय शेड पूरी तरह गिर गया, वहीं उमेश भ्गत सहित कई अन्य घरों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।

गांव के हरि प्रसाद साहू और रमेश भगत कहते हैं कि एक ओर तो गरीबों की खेती को बरसात ने बर्वाद कर दिया अब, घरों के ध्वस्त होने से गरीब पूरी तरह तबाह हो गये हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें सरकारी मदद नहीं मिली, तो आनेवाले दिनों में और अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

मच्छरों का प्रकोप बढ़ा
गम्मा पकना सहित अन्य सैकड़ों गांवों में जगह-जगह गंदा पानी का जमाव होने से वहा मच्छर पनप रहे हैं। इसके कारण उनका प्रकोप तो बढ़ा ही है, वहीं मलेरिया, डेंगू सहित अन्य संक्रामक बीमारियों के फलने की आशंका बढ़ती जा रही है। अम्मा पकना गांव के बरसात प्रभावित लोगों ने प्रशासन से जल्द राहत देने की मांग की है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version