वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने वाले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। इस आदेश के साथ, उन्होंने कानूनी आधार स्थापित किया कि ब्राजील की नीतियां और पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो पर आपराधिक मुकदमा चलाना 1977 के एक कानून के तहत आर्थिक आपातकाल है। इससे पहले ट्रंप भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगा चुके हैं। बता दें कि ट्रंप ने भारत और ब्राजील दोनों को टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।

ट्रंप ने दी थी ब्राजील को धमकी
ट्रंप ने 9 जुलाई को राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला डा सिल्वा को लिखे एक पत्र में टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। लेकिन उस धमकी का कानूनी आधार एक पूर्व कार्यकारी आदेश था, जो व्यापार असंतुलन को अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताता था। लेकिन अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, पिछले साल अमेरिका का ब्राजील के साथ 6.8 अरब डॉलर का व्यापार सरप्लस था।

व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है कि ब्राजील की न्यायपालिका ने सोशल मीडिया कंपनियों पर दबाव डालने और उनके उपयोगकर्ताओं को ब्लॉक करने की कोशिश की थी, हालांकि इसमें शामिल कंपनियों, एक्स और रंबल, का नाम नहीं लिया गया।

ट्रंप के ऐलान क बाद बोल्सोनारो सजग
ऐसा लगता है कि ट्रंप बोल्सोनारो से सहमत हैं, जिन्होंने लूला से 2022 में हुई अपनी हार के नतीजों को पलटने की कोशिश की थी। इसी तरह 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने के उनके प्रयासों के लिए ट्रंप पर 2023 में अभियोग लगाया गया था।

ट्रंप के इस कदम के बाद लूला बुधवार को पशु अधिकारों पर एक कार्यक्रम से जल्दी ही उठ गए और कहा कि उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा घोषित कदमों के मद्देनजर ब्राजीलियाई लोगों की संप्रभुता की रक्षा करने करनी होगी।

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