सीरिया के रक़्क़ा शहर को आईएस ने अपनी राजधानी घाेषित कर रखा है
अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन सेनाओं ने अब आईएस (इस्लामिक स्टेट) के सबसे बड़े गढ़ कहे जाने वाले सीरिया के रक़्क़ा शहर पर हमले तेज कर दिए है. बिजनेस स्टैंडर्ड ने अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के हवाले से बताया है कि ऐसे ही एक हमले में 30 आम नागरिकों की मौत हो गई है.
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से ख़बर में बताया गया है कि मरने वालों में 14 बच्चे और नौ महिलाएं शामिल हैं. सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट (एसओएचआर) के मुताबिक यह हमला इसी सोमवार को हुआ था. मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. हालांकि एसओएचआर ने घायलों की संख्या नहीं बताई.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक अमेरिका की अगुवाई वाली फौज़ों ने हमले के दौरान सफेद फॉस्फोरस का भी इस्तेमाल किया है. अमेरिका इस इलाके में कुर्दों अगुवाई वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्स (एसडीएफ) का समर्थन कर रहा है. ये सेनाएं रक़्क़ा से आईएस आतंकियों को खदेड़ने में लगी हैं. बताया जाता है कि अमेरिकी मदद से एसडीएफ अब तक दो महीने की लड़ाई में रक़्क़ा के 55 फीसदी हिस्से पर कब्ज़ा कर चुका है.
वहीं स्पूतनिक इंटनेशनल के मुताबिक रक़्क़ा में गठबंधन सेनाओं के ताज़ा हमले में आईएस के 30 से ज़्यादा अहम ठिकाने नष्ट हो गए हैं. ये सेनाएं इराक में भी आईएस के प्रभाव वाले इलाकों पर हमले कर रही हैं. इराक में इन सेनाओं को इराकी सरकार की सक्रिय मदद मिल रही है. जबकि सीरिया में राष्ट्रपति बशर-अल-असद की सरकार ने अमेरिकी सैन्य गठबंधन को ‘ग़ैरकानूनी’ बताते हुए संयुक्त राष्ट्र से इसे भंग करने की मांग की है.