उपराष्ट्रपति चुनाव में राजग के उम्मीदवार वेंकैया नायडू ने आज कहा कि वह अब किसी दल में नहीं हैं और उन्होंने देश का उपराष्ट्रपति निर्वाचित करने के लिए अपने मत डाल रहे संसद सदस्यों से समर्थन मिलने का भरोसा जताया।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि कोई मेरी पार्टी या आपकी पार्टी नहीं है। अब मैं किसी भी पार्टी का नहीं हूं। भारत में ज्यादातर राजनीतिक दल मेरी उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि वे सभी चुनाव में मत डालेंगे। नायडू ने कहा कि वह लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सभी सांसदों को जानते हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए मैं प्रचार नहीं कर रहा हूं। मैंने सभी के लिए एक विनम्र पत्र लिखा है। प्रतिक्रिया बहुत अच्छी है। लोग मेरे पत्र की प्रशंसा कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि वे सभी मुझे समर्थन देंगे। नायडू विपक्ष के उम्मीदवार गोपाल कष्ण गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।
नायडू ने कहा कि मैं किसी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं किसी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए लड़ रहा हूं और मुझे कई राजनीतिक दलों द्वारा मनोनीत किया गया है। मेरी लड़ाई किसी व्यक्ति या किसी पाटीर् के खिलाफ नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव पर राजनीति की बातों से बचना बेहतर है क्योंकि यह पाटीर् चुनाव नहीं बल्कि भारत के उपराष्ट्रपति के के लिए है।
खुद राज्यसभा सदस्य नायडू ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
विपक्ष के उम्मीदवार गांधी ने कहा कि देश के सामने सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा सामाजिक एकजुटता और बढ़ती असहिष्णुता है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच असहिष्णुता बढ़ रही है। और यह उनकी अपनी असहिष्णुता नहीं है क्योंकि हमारे लोग बहुत सहिष्णु हैं। हमारे लोग कोई तनाव नहीं चाहते। वे शांति और सौहार्द के साथ रहना चाहते हैं।