रांची: विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर बुधवार को राजधानी रांची की छटा देखते ही बन रही थी। राजधानी समेत पूरे झारखंड में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। राजधानी में गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गयी। मोरहाबादी मैदान में केंद्रीय सरना समिति द्वारा रैली का आयोजन किया गया। अल्बर्ट एक्का चौक के पास जमा होकर शोभायात्रा में शामिल लोग मोरहाबादी मैदान पहुंचे, जहां सभा का आयोजन किया गया।

पारंपरिक ड्रेस में पत्नी संग सड़क पर निकले पूर्व सीएम मुंडा : आदिवासी दिवस की शोभायात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी शामिल हुए। पारंपरिक परिधानों में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा पत्नी मीरा मुंडा के साथ शोभायात्रा में शामिल हुए। आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में गाजे-बाजे के साथ एमजी रोड में शोभायात्रा में शामिल हुए। साथ में कई नेता अपने परिवार के संग इस शोभायात्रा में शामिल हुए।

खिलाड़ी और समाजसेवी हुए सम्मानित : इधर, सिरमटोली चौक पर भी आदिवासी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यहां कई खिलाड़ियों, समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। जनजातीय भाषा विभाग मोरहाबादी में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

राज्यपाल और सीएम ने दी बधाई
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंडवासियों को आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। आदिवासी दिवस को देखते हुए शहर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये थे।

सरकारी अवकाश घोषित हो: बबलू मुंडा
समिति के कार्यकारी अध्यक्ष बबलू मुंडा ने राज्य सरकार से मांग की कि नौ अगस्त को राज्य सरकार अवकाश घोषित करे। उन्होंने बताया कि समिति की मांगों में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड देने, पेसा कानून को लागू करने, सरना मसना की घेराबंदी करने, परंपरागत ग्रामसभा लागू करने, जाति प्रमाण पत्र में सरना कॉलम जोड़ने सहित अन्य मांग शामिल हैं। वहीं इसके पूर्व समिति द्वारा आदिवासी समुदाय के पारंपरिक वेशभूषा में जुलूस भी निकाला गया। इस अवसर पर डब्लू मुंडा, कृष्णाकांत टोप्पो, संजय तिर्की, संदीप उरांव, नरेश पाहन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

आदिवासियों के अस्तित्व से जुड़ा है आदिवासी दिवस : फूलचंद तिर्की
रांची। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासियों के अस्तित्व से विश्व आदिवासी दिवस जुड़ा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने लगभग 20 वर्षों के मंथन के बाद विश्व के सभी आदिवासी समुदाय के हितों की रक्षा के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रत्येक वर्ष नौ अगस्त को आदिवासी दिवस मनाया जाता है। तिर्की बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस पर समिति द्वारा रांची विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

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