रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पलामू जिला के जिला शिक्षा अधीक्षक अरविंद कुमार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आॅर्डर दिया है। सीएम मंगलवार को सूचना भवन में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में जनता की शिकायतें सुन रहे थे। इस दौरान उन्हें शिकायत मिली कि पलामू जिला के नव प्राथमिक विद्यालय पटसारा में पिछले एक साल से मिड डे मील योजना बंद है और बच्चों को भोजन नहीं मिल पा रहा है। सीएम इस शिकायत पर भड़क गये। सीएम के सचिव सुनील वर्णवाल ने कहा कि इसके लिए सीधे तौर पर पलामू के जिला शिक्षा अधिकारी जिम्मेवार हैं। इसके बाद सीएम ने अरविंद कुमार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने के आॅर्डर दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आॅफिसर्स सिर्फ बैठकर सैलरी लेते हैं। फील्ड में नहीं जाते। ऐसे आॅफिसर्स का ट्रांसफर और सस्पेंशन नहीं, बल्कि सीधे बर्खास्तगी होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट तक केस लड़ेंगे, लेकिन इन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाये।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जनसंवाद में कहा कि आॅफिसर्स जनता की समस्याओं को सुनें। उन्हें बेवजह परेशान नहीं करें। डीसी-एसपी हफ्ते में
दो घंटे जनता से मिलें
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर और एसपी को सप्ताह में एक दिन आम जनता से दो-दो घंटे मिलने के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि कुर्सी तोड़नेवाले अधिकारी को चिह्नित कर सस्पेंड नहीं डिसमिस करें। सस्पेंड, ट्रांसफर कोई इलाज नहीं है। कहा कि सबसे ज्यादा शिकायत पलामू, गढ़वा, गिरिडीह और गोड्डा जिले से आती है।
सही को सही और गलत को गलत बताने का माद्दा रखें अधिकारी
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार के अधिकारियों से कहा कि काम किसी का हो, चाहे वे बड़े से बड़े लोग हों या कोई गरीब, सही काम को सही और गलत काम को गलत बताने से नहीं कतरायें। कहा कि समस्या प्रगति पर है जिसे और तेज करना है। मुख्यालय स्तर पर भी बहुत समस्या लंबित है। इसलिए सभी विभाग के प्रमुख महीने में एक बार जनसंवाद में आयी समस्याओं की समीक्षा जरूर करें। क्योंकि जनता की समस्या के समाधान का अंतिम जगह जनसंवाद ही है। इसके बाद तो प्रधानमंत्री के पास ही समस्या के समाधान के लिए जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि अभी भी काफी कमी हमारे अंदर है। सरकार के अंदर भी काफी कमी है। कोशिश हमेशा करते रहना चाहिए, कोशिश से ही कामयाबी मिलती है।
सर्वाधिक भ्रष्टाचार निचले स्तर पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी सर्वाधिक भ्रष्टाचार निचले स्तर पर है। अभियंताओं की शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। सालों साल उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। निचले स्तर पर अधिकारी और कर्मचारी कोई जिम्मेवारी नहीं समझता, नौकरी मिल गयी काम खत्म। ये नहीं चलेगा। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया कि निचले स्तर पर बैठे अधिकारियों पर एक्शन लें।