रांची. झारखंड के जनक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी राज्य के स्कूली सिलेबस में शामिल होगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह घोषणा की। रघुवर दास ने शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव से कहा है कि अगले सत्र से ही स्कूलों में अटल जी की जीवनी, उनकी संघर्ष गाथा और उत्प्रेरक बातें शामिल करने की व्यवस्था करें। इससे स्कूली छात्र-छात्राओं को वाजपेयी के बारे में समझने और उससे सीख ले कर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।

राज्य सरकार बनवाएगी स्मारक : अटलजी की अंतिम यात्रा में शामिल होकर शनिवार को लौटे मुख्यमंत्री ने कहा-वाजपेयी जी ने देश और झारखंड को बहुत कुछ दिया है। लिहाजा उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार उनका स्मारक बनवाएगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसके लिए भी आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी झारखंड के जनक हैं। वे नहीं होते तो आज झारखंड अलग राज्य नहीं बनता। झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता और राज्य सरकार का यह कर्तव्य बनता है कि उनके लिए कुछ विशेष किया जाए। राज्य सरकार उनके नाम पर कोई योजना शुरू करने और स्मारक बनाने पर विचार कर रही है। इससे आने वाली पीढ़ी को वाजपेयी जी के विचारों और उनके कार्यों के बारे में जानने में मदद मिलेगी। झारखंड उनका सदैव ऋणी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाजपेयी जी की अस्थियां यहां की 4-5 प्रमुख नदियों में प्रवाहित की जाएंगी। अटलजी का जाना अपूरणीय क्षति है।

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