रांची। स्टार्ट अप में भारत को दुनिया में एक नंबर बनाना है। अभी भारत विश्व में तीसरे स्थान पर है। भारत से अमेरिका और इंग्लैंड आगे हैं। एक नंबर पर पहुंचने के लिए और मेहनत की आवश्यकता है। देश के युवाओं में क्षमता है। विश्व में सॉफ्टवेयर के मामले में भारत नंबर एक पर है। सॉफ्टवेयर में भारत के युवा विश्व में परचम लहरा रहे हैं। अमेरिका में अधिकांश सॉफ्टवेयर का काम झारखंड और भारत के युवा ही कर रहे हैं। ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को स्टार्ट अप इंडिया झारखंड यात्रा 2018 को लेकर प्रोजेक्ट बिल्डिंग में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने स्टार्ट अप यात्रा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
नीयत और नीति अच्छी हो, तो हर सेक्टर में अच्छा कर सकते हैं : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार के स्टार्ट अप कार्यक्रम को लेकर तैयार की गयी नीतियां देश के अन्य राज्यों से अच्छी हैं। सरकार की नीयत भी साफ है। कहा कि सरकार का मानना है कि नीयत और नीतियां अच्छी हों, तो हर क्षेत्र में अच्छा कर सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि छोटी कंपनियां बनाकर युवा अपनी प्रतिभा को दुनिया में बिखेरें। साथ ही उन्होंने गांव की प्रतिभा को भी आगे लाने का आह्वान किया।
सरकार आपके साथ, नीतियों में बदलाव से पीछे नहीं हटेंगे : मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके साथ है। नीतियों में बदलाव करने की जरूरत होगी, तो इसके लिए सरकार तैयार है। कहा कि समर्पण से ही सफलता मिलती है। युवा समर्पण भाव से इस क्षेत्र में काम करें। प्रधानमंत्री का सपना है कि देश के युवा कुछ बनने के लिए कुछ करने का सपना देखें। आप आगे आओ, सरकार आपको सुविधा देगी। हमें अपनी माटी का कर्ज वापस करना चाहिए। कभी भी हिम्मत नहीं हारनी है। कोई भी बड़ी चीज आती है, तो उससे पहले छोटी चीज होती है। टाटा मोटर्स 25 हजार से शुरू हुआ था, आज विश्व में नाम कर रहा है। इनफोसिस छोटे स्तर से शुरू हुआ, आज उसकी चर्चा दुनिया में हो रही है।
आजादी के बाद प्रधानमंत्री ने युवाओं को नयी दिशा दी : मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने युवाओं को नयी दिशा देने का काम किया है। स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया या फिर डिजिटल इंडिया, इसके माध्यम से प्रधानमंत्री ने युवाओं को नयी दिशा देने का काम किया है। इसका लोहा आज विश्व मान रहा है। कहा कि युवा शक्ति राष्ट्र और राज्य की शक्ति है। इसका किस प्रकार से सदुपयोग कर राष्ट्र और परिवार का निर्माण करें, इस पर पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही सोचा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, आइटी सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य उपस्थित थे।